नवजोत सिद्धू नशे से जान गंवाने वाले युवकों के घरवालों से मिले, रोकथाम के लिए दिए कई सुझाव
नवजोत सिंह सिद्धू बठिंडा की धोबियाना बस्ती में नशे के कारण जान गंवा चुके युवाओं के घरवालों से मिले। इस दौरान युवाओं के घरवालों ने सिद्धू को अपना दुखड़ा सुनाया। सिद्धू ने कहा कि नशे का नेटवर्क तोड़ने के लिए जो नशा बेचने वालों को पहले पकड़ा जाना चाहिए।
जासं, बठिंडा। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू ने कहा कि पंजाब से नशा खत्म करने में पहले अकाली दल, उसके बाद कांग्रेस और अब आप की सरकार भी विफल हो रही है। परिणामस्वरूप आप की सरकार बनने के बाद अब तक 60 युवाओं की नशे के कारण मौत हो चुकी है। नशा खत्म करने के लिए सरकार को ध्यान देने की जरूरत है। नशे के आदी युवकों के साथ गलत व्यवहार करने के बजाए उनके साथ प्यार से बात करनी चाहिए। नशा छोड़ चुके युवाओं को पुलिस पूछताछ करके मानसिक रूप से परेशान करने के बजाए सरकार को चाहिए कि वह उन्हें रोजगार के काबिल बनाए।
सिद्धू रविवार को शहर की धोबियाना बस्ती में नशे के कारण जान गंवा चुके युवाओं के परिवारों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान युवाओं के घरवालों ने सिद्धू को अपना दुखड़ा सुनाया। इन सब बातों को सुनने के बाद सिद्धू ने कहा कि वह इसलिए यहां पर आए हैं कि अब नशे के कारण किसी की मौत न हो। जबकि नशे बेचने के लिए पुलिस, नशा तस्करों व राजनीतिक नेताओं का नेक्सस बना हुआ है। यह बात वह नहीं, बल्कि एसटीएफ की रिपोर्ट बताती है। लेकिन नशे का नेटवर्क तोड़ने के लिए जो नशा बेचते हैं, उनको पहल के आधार पर पकड़ा जाना चाहिए और बार्डर पर स्कैनर लगने चाहिए।
सिद्धू ने सरकार को दिए यह सुझाव
-नशे की ओवरडोज से युवाओं को बचाने के लिए सरकार के पास नोलोक्सोन इंजेक्शन नहीं है। इसके लिए सरकार को तहसील व सब तहसील लेवल पर एक एंबुलेंस का प्रबंध करना चाहिए, जो 10 किलोमीटर का एरिया कवर करे। इसके लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाए। अस्पतालों में नोलोक्सोन की कमी को पूरा किया जाए। अगर यह सही समय पर मिल जाता है तो किसी की मौत नहीं होगी। इसके साथ रोजगार भी पैदा होगा।