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पंजाब चुनाव 2022ः बेटे को टिकट नहीं दिला पाए सांसद डिंपा, खडूर साहिब से रमनजीत सिक्की को तीसरी बार टिकट

सिक्की की टिकट कटवाने के लिए खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेसी सांसद जसबीर सिंह डिंपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। डिंपा चाहते थे कि खडूर साहिब विधानसभा क्षेत्र से इस बार उनके बेटे उपदेश गिल को टिकट मिले मगर उनकी मनोकामना पूरी नहीं हो सकी।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 10:59 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 10:59 AM (IST)
पंजाब चुनाव 2022ः बेटे को टिकट नहीं दिला पाए सांसद डिंपा, खडूर साहिब से रमनजीत सिक्की को तीसरी बार टिकट
रमनजीत सिंह सिक्की खडूर साहिब विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस टिकट पर तीसरी बार मैदान में हैं।

धर्मवीर सिंह मल्हार, तरनतारन। वर्ष 2012 व 2017 में चुनाव जीतकर विधायक बने रमनजीत सिंह सिक्की कई दिनों से दिल्ली में डेरा डालने के बाद आखिर सियासी फायदा लेने में कामयाब हो ही गए है। सिक्की की टिकट कटवाने के लिए खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेसी सांसद जसबीर सिंह डिंपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। डिंपा चाहते थे कि खडूर साहिब विधानसभा क्षेत्र से इस बार उनके बेटे उपदेश गिल को टिकट मिले मगर उनकी मनोकामना पूरी नहीं हो सकी। 

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निवर्तमान विधायक सिक्की की टिकट कटवाने के लिए सांसद डिंपा ने दिल्ली हाईकमांड समक्ष जहरीली शराब का मामला खूब उछाला। इतना ही नहीं विधायक सिक्की की खडूर साहिब हलके से गैर-हाजिरी को मुद्दा बनाकर ये दावा किया कि शिअद के बड़े नेता रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा को अब सिक्की हराने की क्षमता नहीं रखते। बदले में सिक्की ने तर्क दिया कि मैंने 2012 में माझा के जरनैल रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा को उस समय हराया था, जब पूरे क्षेत्र में अकाली दल की जीत हुई थी। सिक्की ने ये भी जताया कि 2017 में ब्रह्मपुरा के बेटे रविंदर सिंह ब्रह्मपुरा को उन्होंने ही चारों खाने चित किया था। इसके बाद कांग्रेस ने एक बार फिर सिक्की को मैदान में उतारा है। 

सरदूलगढ़ से बिक्रम मोफर कांग्रेस प्रत्याशी

जागरण संवाददाता सरदूलगढ़। कांग्रेस पार्टी की ओर से आखिर सरदूलगढ़ से टिकट की घोषणा कर ही दी गई। इससे हलके में चल रही अटकलों को विराम लगा है। कांग्रेस ने पूर्व विधायक अजीत इंद्र सिंह मोफर के बेटे विक्रम मोफर को टिकट दी है। मौजूदा समय में वह मानसा के जिला परिषद के चेयरमैन हैं।

बिक्रम को टिकट देने के बाद अब दो पुराने प्रतिद्वंदीयों के बेटे आमने-सामने हो गए हैं। पहले बिक्रम सिंह मोफर के पिता अजीत इंद्र सिंह मोफर का मुकाबला शिरोमणि अकाली दल के मौजूदा विधायक दिलराज सिंह भूंदड़ के पिता बलविंदर सिंह भूंदड़ के साथ हुआ करता था। अब मुकाबले में दूसरी पीढ़ी कूद पड़ीहै। अब पुराने प्रतिद्वंद्वियों के बेटे एक दूसरे का मुकाबला करने के लिए चुनाव मैदान में उतर आए हैं।


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