सफाई सेवकों की हड़ताल का असर, दो दिन मे शहर की सड़कों पर फैला एक हजार टन कूड़ा
मंगलवार के बाद कूड़ा बुधवार और वीरवार को नहीं उठाया गया। इस तरह शहर की सड़कों पर एक हजार टन कूड़ा बदबू फैला रहा है।
जागरण संवाददाता, जालंधर। नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की बुधवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शहरवासियों पर भारी पड़ने लगी है। शहर में पहले दिन ही करीब एक हजार टन कूड़ा जमा हो गया। बता दें कि शहर में रोजाना 500 टन कूड़ा निकलता है। मंगलवार के बाद कूड़ा बुधवार और वीरवार को नहीं उठाया गया। इस तरह शहर की सड़कों पर एक हजार टन कूड़ा बदबू फैला रहा है।
दरअसल, पंजाब सफाई मजदूर फेडरेशन के तत्वाधान में सीवरमैन इंप्लाइज यूनियन, सफाई मजदूर यूनियन, ड्राइवर एंड टैक्निकल वर्क्स यूनियन, पंजाब स्टेट म्यूंसिपल कर्मचारी दल, माली बेलदार यूनियन, वाटर सप्लाई फीटर कुली यूनियन, सफाई मजदूर संघ, एससीबीसी इंप्लाईज यूनियन ने करीब एक माह पूर्व से हड़ताल का अल्टीमेटम दे रखा था। इसे न तो मेयर ने गंभीरता से साथ लिया और न ही विधायकों ने ध्यान दिया। परिणाम स्वरूप शहरवासियों को अब हड़ताल के कारण शहर में फैलने वाली गंदगी से दो-चार होना पड़ेगा।
मिनिस्ट्रियल यूनियन ने भी दिया समर्थन
इसी बीच जिला प्रशानिक कांप्लेक्स की मिनिस्ट्रियल यूनियन ने भी सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को समर्थन दे दिया है। यूनियन के प्रधान सुखजीत सिंह ने बताया कि सरकार मुलाजिमों के साथ धक्केशाही करने पर उतर आई है। इसके चलते अब यूनियनें एकजुट होकर लड़ाई लड़ेंगी। बता दें कि मिनिस्ट्रियल स्टाफ भी पिछले कुछ दिनों से अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। इस कारण लोगों को डीसी ऑफिस में बिना काम के ही लौटना पड़ रहा है। सफाई कर्मचारियों के अल्टीमेटम को निगम प्रशासन गंभीरता से नहीं लिया। निगम अधिकारियों ने हड़ताल पर मुलाजिमों के जाने पर शहर से कूड़ा उठाने व सफाई करने के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं की। यही नहीं यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ कोई बैठक कर उन्हें मनाने की कोशिश की। यही कारण है कि सफाई मुलाजिमों ने अनिश्तिकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला कर लिया।
हड़ताल लंबी चली तो वैकल्पिक व्यवस्था करेंगेः मेयर
इस बारे में जब मेयर जगदीश राजा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि फिलहाल शहर से कूड़ा उठाने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है। अगर हड़ताल लंबी चली तो इस पर विचार किया जाएगा।
सिद्धू से मिलने गए मेयर खाली हाथ लौटे
इसी बीच बुधवार को सांसद चौधरी संतोख सिंह के साथ मेयर जगदीश राज राजा चंडीगढ़ में निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के समक्ष उक्त मुद्दा उठाने के लिए पहुंचे। मंत्री सिद्धू के न मिलने से मेयर राजा तो लौट आए लेकिन सांसद चौधरी वहीं रुक गए।