पंजाब के सीएम चन्नी के भांजे के घर 3.9 करोड़ और मिले, अब तक 10.7 करोड़ बरामद
ED Raid In Punjab पंजाब में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई जारी है और ईडी की टीम छापे मार रही है। मुुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे के यहांं छापे में और 3.8 करोड़ रुपये बरामद किए गए हैंं।अब तक उनके घर से 10.7 करोड़ रुपये बरामद हाे चुके हैंैं।
जालंधर, जेएनएन। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अवैध रेत खनन मामले में छापेमारी जारी रखी है। लुधियाना में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह हनी के आवासीय परिसर से बुध्वार को छापे के दूसरे दिन 3.9 करोड़ रुपये बरामद किए गए। हनी के पास से अब तक कुल 7.9 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। मंगलवार को भी उसके लुधियाना स्थित आवासीय परिसर से चार करोड़ रुपये जब्त किए गए थे। बुधवार को पठानकोट समेत कुछ अन्य जगहों से भी ईडी ने 80 लाख रुपये बरामद किए। कार्रवाई में अब तक 10.7 करोड़ रुपये बरामद किए जा चुके हैं। इसमें से दो करोड़ रुपये भूपिंदर हनी के करीबी लुधियाना निवासी संदीप सूद से मिले थे।
फर्जी कंपनियां बनाकर करोड़ों का लेनदेन कर रहा था भूपिंदर सिंह हनी
टीम को कुछ दस्तावेज भी मिले हैं, जिनसे पता चला है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह हनी ने कुछ फर्जी कंपनियां बनाई थीं और उसका रेत खनन माफिया से संबंध है। अवैध खनन के जिस मामले में कार्रवाई हुई है, उसका आरोपित कुदरतदीप दो फर्मे चला रहा था, जिसमें भूपिंदर सिंह हनी संयुक्त निदेशक था। इन फर्मो के जरिए ही लेनदेन किया जाता था। अब तक ईडी ने इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं दिखाई है।
अवैध खनन के आरोपित कुदरतदीप दो फर्मो में संयुक्त निदेशक भी था
गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने 7 मार्च, 2018 को नवांशहर के राहों में कुदरतदीप समेत दस से अधिक आरोपितों के खिलाफ अवैध रेत खनन का मामला दर्ज किया था। ईडी ने इस प्राथमिकी के आधार पर मनी लांड्रिंग की जांच शुरू की थी। इसमें पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह हनी का भी कनेक्शन सामने आया था। तब खनन विभाग की जांच में सामने पाया गया था कि इस इलाके में विभिन्न मशीनों से खुदाई की जा रही थी। मलिकपुर, बुर्जतहल दास, बरसल, लालेवाल, मंडला और खोसा में भी अवैध खनन किया जा रहा था।
खनन के मामले को मेरे भांजे के साथ जोड़ कर मुझे फंसाने की साजिश: चन्नी
चंडीगढ़: उधर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस में इस मामले को राजनीतिक रंग देते हुए कहा कि मुझसे प्रधानमंत्री के पंजाब दौरे की घटना का बदला लिया जा रहा है। 2018 में दर्ज हुई एफआइआर में कुदरतदीप सिंह का नाम है। इस मामले को मेरे भांजे के साथ जोड़ कर मुझे फंसाने की साजिश थी। मेरे भांजे भूपिंदर सिंह हनी को काफी टार्चर किया गया। मेरे साथ लिंक जोड़ने की कोशिश की जा रही थी। इसके लिए कोर्ट को सुबह छह बजे तक खोल कर रखा गया था।
चन्नी ने कहा, ईडी अधिकारियों ने भांजे को यह भी कहा कि 'पंजाब फेरी (पीएम दौरा) की बात याद रखना।' मेरे भांजे को लालच दिया गया, ताकि वह मेरा नाम ले। ईडी के 150 लोग लगातार मेरे और मेरे परिवार पर नजर रखे हुए थे। मेरे सारे परिवार के फोन टैप किया जा रहे थे। यह सब तब हुआ जब बिक्रम सिंह मजीठिया पर पर्चा दर्ज किया। इस पूरे मामले में कैप्टन अमरिंदर सिंह भी शामिल हैं। यह बदलाखोरी की राजनीति है।
कैप्टन का ट्वीट.. ईडी मुझे रिपोर्ट नहीं करता
दूसरी ओर, पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के आरोपों पर कहा, 'ईडी मुझे रिपोर्ट नहीं करता। न ही मैंने वो पैसे रखवाए, जो आपके रिश्तेदार के यहां से मिले हैं। अपने परिवार के अपराधों के लिए मुझे दोष देना बंद करो। जैसा कि मैं हमेशा कहता हूं, कानून अपना काम करता है।'