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पंजाब में हनी ट्रैप में फंसाकर लूटने वाले गैंग का पर्दाफाश, पुलिस ने 15 दिन मामला दबाकर रखा

गिरोह में शामिल छह अन्य लोगों की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं सहित सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। थाना कोट ईसे खां पुलिस ने पहले तो 15 दिन तक मामला दबाकर रखा।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Wed, 04 Aug 2021 04:59 PM (IST)Updated: Wed, 04 Aug 2021 04:59 PM (IST)
पंजाब में हनी ट्रैप में फंसाकर लूटने वाले गैंग का पर्दाफाश, पुलिस ने 15 दिन मामला दबाकर रखा
ब्लैकमेलिंग गिरोह में शामिल छह अन्य लोगों की पुलिस तलाश कर रही है।

संवाद सहयोगी, मोगा। राह चलते लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर लूटने वाले गैंग का थाना धर्मकोट पुलिस ने पर्दाफाश कर मास्टर माइंड को गिरफ्तार कर लिया है। गिरोह में शामिल छह अन्य लोगों की पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने इस मामले में दो महिलाओं सहित सात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। थाना कोट ईसे खां पुलिस ने पहले तो 15 दिन तक मामला दबाकर रखा, एसएसपी ने हस्तक्षेप किया तो कुछ घंटों में ही गैंग का तो पर्दाफाश कर लिया, लेकिन एएसआई सहित दो पुलिस मुलाजिमों का बचा लिया।

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थाना कोट ईसे खां के इंस्पेक्टर जसवंत सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता मनदीप सिंह पुत्र बलवीर सिंह निवासी कोट ईसे खां ने शिकायत दर्ज करवाई है कि वह 16 जुलाई को दोपहर करीब 2 बजे अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर मोगा से कोट ईसे खां की तरफ जा रहा था। रास्ते में सड़क किनारे खड़ी एक महिला ने हाथ दिखाकर उसे रोक लिया। मोटर साईकिल रुकने पर महिला ने आग्रह किया कि उसे बाबा दामूशाह की दरगाह लोहारा तक जाना है। अगर वह उसे लिफ्ट दे दे तो उसे आसानी होगी। महिला के आग्रह पर मनदीप सिंह ने उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बैठा लिया।

मामला निपटाने को मांगे थे 3 लाख

मनदीप अभी कुछ दूर आगे बढ़ा ही था कि एक पल्सर मोटर साइकिल पर सवार दो नौजवान आए, जिन्होंने उसे रोक लिया। उनमें से एक युवक बोलने लगा कि वह उसकी पत्नी को लेकर कहां जा रहा है। विवाद शुरू हुआ था तभी एक कार में सवार होकर कुछ और लोग मौके पर पहुंच गए। बाइक सवार लोगों के साथ मिलकर इन लोगों ने मनदीप को घेर लिया व हंगामा शुरू कर दिया। साथ ही उसे केस में फंसाने की धमकी देने लगे। मनदीप जब गिड़गिड़ाने लगा, उसने हवाला दिया कि उसकी मां बीमार है, मोगा में आस्था हास्पीटल में भर्ती हैं, लेकिन धोखेबाजों ने इसकी परवाह नहीं की।

कार में सवार होकर आए लोगों में शामिल कुलदीप व जगन ने उसे मामला निपटाने की बात कही। इस पर कुलदीप कोट ईसे खां में अपनी दुकान पर ले गया। कुलदीप हर रविवार को कोट ईसे खां में कार बाजार लगाता है। दुकान पर पहुंचने के बाद कुलदीप ने मामला निपटाने के लिए 3 लाख रुपये की डिमांड की। बदनामी के भय से कुलदीप पूरी तरह डर गया था, उसने किसी तरह अपना सोना मूथूट फाइनेंस पर गिरवी रखकर डेढ़ लाख रुपये कुलदीप सिंह को दे दिए।

मनदीप के भाई के कहने पर इस मामले में थाना कोट ईसे खां पुलिस को शिकायत दी, लेकिन कोट ईसे खां पुलिस ने 15 दिन बाद भी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, आखिरकार परेशान होकर मनदीप सिंह ने दो अगस्त को एसएसपी हरमनबीर सिंह गिल से शिकायत की। एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद पुलिस हरकत में आई, और कुछ ही घंटों में हनीट्रैप वाले गैंग का तो पर्दाफाश कर लिया, लेकिन दर्ज एफआईआर में गैंग में शामिल थाना फतेहगढ़ पंजतूर के एएसआई व सिपाई को नामजद नहीं किया।

कार बाजार मालिक को किया गिरफ्तार

थाना कोट ईसे खां पुलिस ने सबसे पहले कार बाजार से कुलदीप सिंह को उठा लिया। पुलिस ने जैसे ही सख्ती की तो कार बाजार संचालक कुलदीप ने अपने गैंग के सदस्यों के एक के बाद नाम बता दिए। पुलिस ने इस मामले में कुलदीप से पूछताछ के बाद दविंदर सिंह निवासी इंद्रगढ़, गुरसेवक सिंह निवासी गांव चंगाली थाना कुलगढ़ी हाल निवासी जीरा, कुलदीप सिंह निवासी फतेहगढ़ पंजतूर, इकबाल सिंह निवासी मुल्लापुर लुधियाना, कुलविंदर कौर निवासी मुल्लापुर लुधियाना, जगमिंदर सिंह निवासी कोट ईसे खां, सुमन रानी निवासी इन्द्रगढ़ के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।


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