विधायक बोले, सरकार करेगी अनाथ हुए बच्चों की मदद
कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों की मदद की विधायकों ने भी घोषणा की है।
शाम सहगल, जालंधर
कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों की मदद की विधायकों ने भी घोषणा की है। उन्होंने इन बच्चों को सरकार की तरफ से मदद दिलाने के साथ-साथ खुद के स्तर पर भी हर संभव सहायता करने का विश्वास दिलाया है। कोरोना महामारी के चलते अपने माता या पिता या फिर दोनों को खो चुके बच्चों की पीड़ा को जिले के विधायक बखूबी समझ रहे हैं। ऐसे हालात में बेबस हुए इन बच्चों को भले ही उनके करीबी रिश्तेदार या ग्रैंड पेरेंट्स ने पालन पोषण करने की जिम्मेदारी उठाई है, बावजूद इसके जिला प्रशासन के बाद सामाजिक संगठन और अब विधायक भी उनकी मदद के लिए तैयार हैं।
विधायकों का कहना है कि आपात स्थिति में नागरिकों की मदद करने में सरकार ने सदैव पहलकदमी की है। इस बार भी सरकार पीछे नहीं हटेगी। जिस प्रकार कोरोना महामारी के बीच गरीब व जरूरतमंद लोगों को फ्री राशन दिया जाता रहा है, ठीक इसी प्रकार अनाथ हुए बच्चों के लिए भी सरकार ने योजना बनाई हुई है। इसके तहत इन बच्चों को बनता लाभ दिया जाएगा। पढ़ाई का सारा खर्चा उठाएगी सरकार : बेरी
विधायक राजिंदर बेरी बताते हैं कि कोरोना महामारी का शिकार होकर अनाथ हुए बच्चों की पढ़ाई का सारा खर्च सरकार ने उठाने का फैसला लिया हुआ है। जिला प्रशासन की मदद से ऐसे बच्चों को यह लाभ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को सरकार के स्तर पर किसी भी तरह की कमी पेश नहीं आने दी जाएगी। अनाथ बच्चों को आर्थिक सहायता देने के लिए हर महीने पेंशन दिए जाने की सिफारिश की हुई है। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा सामाजिक सुरक्षा विभाग को पत्र भी जारी कर दिया गया है। जल्द ही इन बच्चों को पेंशन देने का प्रावधान निर्धारित कर दिया जाएगा।
पढ़ाई के बाद रोजगार दिलाने में भी मदद करेंगे : रिकू
विधायक सुशील रिकू बताते हैं कोरोना महामारी के चलते अनाथ हुए बच्चों को सरकार द्वारा पढ़ाई के बाद उन्हें रोजगार दिलाने में भी मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया है, उनके सिर पर सरकार का हाथ सदैव रहेगा। ऐसे बच्चों की मदद के लिए सरकारी स्तर पर हर संभव प्रयास किए जाएंगे।