दिलकुशां मार्केट से मिस ब्रांडेड दवा की 214 बोतलें सील
सेहत विभाग ने कब्ज दूर करने वाली वरीक्लोर सीरप की 1436 मिस ब्रांडेड शीशियां बरामद की है। सेहत विभाग की टीम को एक ही दवा निर्माता कंपनी की दवा के लेबल में अंतर मिला है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : सेहत विभाग ने कब्ज दूर करने वाली वरीक्लोर सीरप की 1436 मिस ब्रांडेड शीशियां बरामद की है। सेहत विभाग की टीम को एक ही दवा निर्माता कंपनी की दवा के लेबल में अंतर मिला है। कंपनी ने पंजाब में कुल 4300 शीशियां सप्लाई की थी।
एफडीए कमिश्नर पंजाब काहन ¨सह पन्नू ने बताया कि ज्वाइंट कमिश्नर ड्रग प्रदीप मट्टू की अगुवाई में टीमों ने हर जिले में छापामारी करके इस कंपनी की मिस ब्रांडेड दवा को सील करके सैंपल भरे हैं। कंपनी बद्दी से कब्ज दूर करने की दवा तैयार कर जीरकपुर डिपो से सप्लाई करती थी। जालंधर में दिलकुशा मार्केट में तीन होलसेल दवा विक्रेताओं की दुकानों पर दबिश दी गई।
जोनल लाइसें¨सग अथॉरिटी करुण सचदेव की अगुवाई में ड्रग इंस्पेक्टर अमरजीत ¨सह अनुपमा कालिया, नवदीप संधू व दिनेश की टीम ने करण फार्मा से 70 मिस ब्रांडेड दवाइयां पकड़ी और 4 सैंपल भरे। घई मेडिकल एजेंसी से 73 व एसजी फार्मा से 71 फर्जी मार्का की दवा की बोतलें सील की। इसके अलावा विभाग की टीमों ने मोहाली से 800, फरीदकोट से 63, ब¨ठडा व मोगा से 100-100, नवांशहर से 129, फगवाड़ा से 12 मिस ब्राडेंड दवा की बोतलें जब्त की।
इस बारे में पन्नू ने बताया कि उन्हें शक है कि यह मामला सिर्फ बड़ी कंपनियों के जाली मार्के लगाकर दवाएं बेचने का नहीं है, बल्कि यह दवा नकली भी हो सकती है। पन्नू ने कहा कि इस मुद्दे संबंधी तुरंत कार्यवाही करते हुए कमिश्नरेट द्वारा कै¨रग और फॉरवर¨डग (सीएंडएफ) स्तर पर ड्रग की सप्लाई संबंधी तत्काल जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया।