पिम्स में एमसीआइ की टीम का औचक निरीक्षण, ओपीडी व इंडोर मरीज दिखे कम
मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्यीय टीम ने पिम्स का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान आेपीडी और इंडोर मरीज कम दिखे।
जागरण संवाददाता, जालंधर। पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पिम्स) पर संकट के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं। मुलाजिमों के विवाद के बाद सोमवार को मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) की तीन सदस्यीय टीम ने औचक निरीक्षण किया। टीम ने पूरा दिन पिम्स मेडिकल कालेज व अस्पताल के चप्पे-चप्पे की गहन पड़ताल की। इस दौरान पिम्स इम्पलाइज यूनियन के सदस्यों ने टीम को मिलने को काफी प्रयास किया परंतु सुरक्षा कर्मियों ने इसे विफल कर दिया। सोमवार को एमसीआइ की तीन सदस्यीय टीम ने पिम्स का दौरा किया तो अस्पताल में ओपीडी व दाखिल मरीजों की संख्या काफी कम थी। टीम ने मामले को लेकर कड़ा संज्ञान लिया। इसके बाद पिम्स प्रबंधन में मरीजों की संख्या बढ़ाने के लिए अफरा तफरी मच गई।
स्टाफ को मरीज बढ़ाने के लिए कहने के बावजूद कामयाबी हाथ नहीं लगी। टीम ने पिम्स में सभी ओपीडी, वार्ड, लैबोरेटरी, एक्सरे व अल्ट्रा साउंड स्कैनिंग, कालेज की क्लासें, परीक्षा भवन सहित अस्पताल व मेडिकल कालेज का कोना-कोना छान मारा। इसके बाद टीम ने रिकार्ड खंगालने की कार्रवाई शुरू कर दी। हालांकि टीम के सदस्यों ने जांच पड़ताल के बारे में कुछ भी नहीं बताया। उन्होंने रिपोर्ट एमसीआइ को सौंपने की बात कही। यूनियन की ओर से शिकायत का संदेह पिम्स में एमसीआइ की टीम की औचक चेकिंग की आशंका पिम्स इम्पलाइज यूनियन की एमसीआइ को की गई शिकायतों को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है। इम्पलाइज जिन खामियों को लेकर आवाज उठाते रहे और टीम ने उनपर अधिक फोकस किया।
यूनियन के सचिव धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि संबंध में यूनियन की टीम मिलने गई थी परंतु जांच कमेटी नही मिल सकी। टीम ने पिम्स के मुलाजिमों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर मुद्दा टीम के समक्ष रखने की बात कही। टीम ने मंगलवार को शाम चार बजे मिलने का आश्वासन दिया हैं।
पिम्स के रेजिडेंट डायरेक्टर अमित सिंह का कहना है कि एमसीआइ टीम ने औचक जांच की है। अस्पताल खुलते ही टीम पहुंच गई थी। अस्पताल व कालेज में मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। टीम ने किसी विशेष प्वाइंट पर फोकस नहीं किया और तय नीति के आधार पर जांच पड़ताल की।