मैं जीऊंदा हां, मैंनू इंसाफ दिलाओ : सुरजीत सिंह
एक व्यक्ति ने आरोप लगाया है कि उसकी पत्नी ने उसे मृत घोषित कर उसकी मकान किसी और को बेच दिया है।
प्रितपाल सिंह, शाहकोट
थाना शाहकोट में एक व्यक्ति अपनी मौत का सर्टिफिकेट हाथ में लेकर अपने जीवित होने की दुहाई देकर इंसाफ की मांग कर रहा है। पीड़ित का आरोप है कि उसकी पत्नी उसे मृत घोषित कर उसका नकोदर में खरीदा मकान बेचकर तीन लड़कों को लेकर कहीं और जाकर रहने लगी है।
नकोदर के ऋषि नगर निवासी सुरजीत सिंह ने थाना शाहकोट में आपबीती सुनाते कहा कि 1992 में उसकी शादी बलजीत कौर निवासी मुजफ्फरपुर (नकोदर) के साथ हुई थी, जिससे उनके दो बेटे हैं। बलजीत कौर की ये दूसरी शादी थी जबकि उसकी पहली शादी से उसको एक बेटा था।
सुरजीत ने बताया कि काम के लिए वह दुबई चला गया और हर साल अपने घर आता रहता था। इसी दौरान उसकी पत्नी बलजीत कौर ने उसकी मौत का सर्टिफिकेट बनवा लिया। इसमें उसकी मौत 15 नवंबर 2014 को हुई लिखी गई है। उसमें मृतक का पक्का पता लवकुश नगर नकोदर लिखा गया है, जबकि वो ऋषि नगर में रहता है। उसने कहा कि उसकी मौत का जो फर्जी सर्टिफिकेट बनाया गया है उसमें यह कॉलम भी खाली छोड़ा गया है कि उसकी मौत किस जगह और किस समय पर हुई।
पीड़ित सुरजीत ने बताया कि उसकी मौत का सर्टिफिकेट जारी होने के बाद भी वह दुबई से घर वापस आता रहा परंतु उसको इसकी कोई जानकारी नहीं थी। सुरजीत ने बताया कि उसको इसकी जानकारी तब हुई जब वह 12 नवंबर 2019 को दुबई से घर वापस आया और अपने घर में परिवार की जगह किसी और व्यक्ति को काबिज देका। जब उसने इस संबंधी उक्त व्यक्ति से पूछा तो उसने बताया कि उसने यह घर बलजीत कौर से खरीदा है और घर के मालिक सुरजीत सिंह की मौत होने के बारे जानकारी दी।
पीड़ित सुरजीत सिंह ने कहा कि इस धोखाधड़ी में श्मशानघाट में लकड़ी की पर्ची जारी करने वाले से लेकर सर्टिफिकेट जारी करने वाले अधिकारियों तक की मिलीभगत है। उन्होंने एसएसपी जालंधर (देहाती) को लिखित शिकायत देकर मामले की जांच करके इंसाफ और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
इस बारे में शाहकोट के एसएचओ सुरिदर कुमार ने कहा कि हमारे पास शिकायत आ चुकी है। मामले की जांच की जा रही है। अगर किसी ने धोखाधड़ी की है तो उनके खिलाफ बनती कार्रवाई की जाएगी।