Petrol Pump Strike: कल सुबह 8 से लेकर शाम 5 बजे तक बंद रहेंगे सभी पेट्रोल पंप
पीपीडीएपी के अध्यक्ष परमजीत सिंह दोआबा ने कहा कि ऊंची वैट दरों के कारण असल मार जनता झेल रही है। उन्होंने जीएस चावला आत्महत्या मामले में दोषियों को कड़ी सजा की भी मांग की।
जालंधर, जेेएनएन। 29 जुलाई बुधवार को पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन, पंजाब (पीपीडीएपी) की ओर से प्रदेश भर में हड़ताल रहेगी। जालंधर सहित पूरे पंजाब में बुधवार सुबह 8 से लेकर शाम 5 बजे तक प्रदेश के सारे पेट्रोल पंप बंद रखे जाएंगे। पीपीडीएपी के अध्यक्ष परमजीत सिंह दोआबा ने जनता से हड़ताल को पूर्ण समर्थन देने की अपील की है। परमजीत सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार ने खजाना भरने की होड़ में पेट्रोल-डीजल की बिक्री पर भारी भरकम वैट थोप दिया है। इसकी असल मार जनता झेल रही है। पंजाब में लोगों को पेट्रोल 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल तीन रुपये प्रति लीटर डीजल महंगा खरीदना पड़ रहा है।
पंजाब का सारा बिजनेस पड़ोसी राज्यों में शिफ्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार और अफसरशाही की अदूरदर्शिता के कारण पंजाब में सरकारी खजाने को चूना लग रहा है, लेकिन उस तरफ कोई ध्यान ही नहीं दे रहा है। पड़ोसी राज्य जमकर पेट्रोल-डीजल की बिक्री कर रहे हैं।
परमजीत सिंह दोआबा ने कहा कि बुधवार को जीएस चावला आत्महत्या मामले में दोषियों के खिलाफ जांच और कड़ी सजा, वैट की ऊंची दरों, तेल कंपनियों की धक्केशाही और बीते 3 वर्ष से डीलर्स के लंबित मार्जिन को लेकर हड़ताल की जा रही है। हड़ताल को पूरी तरह सफल बनानेेे के लिए इंडियन ऑयल कारपोरेशन लिमिटेड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड और भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड के डीलर्स से संपर्क साधा जा चुका है। उन्होंने कहा कि बुधवार को दिनभर पीपीडीएपी की टीमें इस बात को सुनिश्चित करेंगी कि कोई भी पेट्रोल पंप सुबह 8 से शाम 5 बजे तक पेट्रोल डीजल की बिक्री नहीं करेगा।
काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स
जालंधर। फेडरेशन ऑफ एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर्स ऑफ पंजाब (एफएलडीपी) ने भी पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन पंजाब (पीपीडीएपी) की 29 जुलाई की हड़ताल को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। एफएलडीपी के अध्यक्ष गुरपाल सिंह मान ने कहा कि 29 जुलाई को एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर और स्टाफ काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे। उन्होंने एफएलडीपी के उपाध्यक्ष अनुज सिक्का, महासचिव राघव जौली और कोषाध्यक्ष राज सिंह के साथ मांग की कि पेट्रोलियम व्यवसाय के वरिष्ठ सदस्य जीएस चावला आत्महत्या मामले की जांच एसआईटी बनाकर की जानी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जीएस चावला जिन मसलों को उठा रहे थे, उन्हें पंजाब सरकार, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की अफसरशाही अनसुना कर रही थी। इन दोनों की ही वजह से मजबूर होकर जीएस चावला को आत्महत्या तक करनी पड़ी। वह पेट्रोलियम व्यवसाय में एक जाना पहचाना नाम थे। सरकार और तेल कंपनियों की गलत नीतियों और धक्केशाही के कारण उन्हें ऐसा कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा कि वह इस मामले में इंसाफ चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार समेत तेल एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय में भ्रष्टाचार और अधिकारों के दुरुपयोग के चलते ही ऐसे हालात पैदा हो गए हैं। एफएलडीपी की तरफ से पीपीडीएपी के अध्यक्ष परमजीत सिंह दोआबा के साथ संपर्क साध कर उनकी 29 जुलाई की हड़ताल को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया गया है।
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