कपूरथला सैनिक स्कूल में पढ़े ले. ज. सैणी होंगे सेना उप प्रमुख, हॉकी-फुटबॉल के रहे हैं बेहतरीन खिलाड़ी
सेना की दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल सतिंदर कुमार सैणी सेना के नए उप प्रमुख होंगे। 25 जनवरी को वह प्रभार संभालेंगे। सैणी कपूरथला सैनिक स्कूल में पढ़े हैं।
कपूरथला [हरनेक सिंह जैनपुरी]। 1961 को जगतजीत पैलेस में स्थापित हुए राज्य के इकलोते सैनिक स्कूल कपूरथला ने देश की तीनों सेनाओं एवं पैरामिलिट्री फोर्स को 1350 से ज्यादा जांंबाज अफसर दिए हैंं, जिनमें अब उप सेना प्रमुख नियुक्त हुए सतिंदर कुमार सैणी का नाम भी जुड़ गया है। 1970 में पांचवीं कक्षा में सैनिक स्कूल कपूरथला में दाखिल हुए सैणी पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी कमाल दिखाते रहे हैंं। बचपन से ही सैणी को लक्ष्य पर फोकस रखने वाले इंसान के तौर पर जाना जाता है। तिलक हाउस को हॉकी, फुटबॉल व एथलेकिस में अनेक बार चैंपियन बनाने वाले सतिंदर सैणी का स्कूल में एक शरीफ बच्चों वाला रिकार्ड रहा है।
उप सेना प्रमुख नियुक्त हुए सतिंदर कुमार सैणी गत सात दिसंबर को ओल्ड ब्वाइस मीट में शिरकत करने के लिए सैनिक स्कूल कपूरथला आए थे। इस दौरान उन्होंने वर्षों बाद अपने स्कूल व बचपन के दोस्तों के साथ पूरा दिन व्यतीत किया था। सैणी के साथ पढ़ने वाले कमांडर रविंदर का कहना है कि सैणी शुरु से ही बेहद शरीफ और अपने टारगेट पर फोकस रखने वाले थे। उन्होंने हमेशा खेलों में अपना पूरा दमखम दिखाया, लेकिन शरारतों में कभी हिस्सा नही लिया।
उन्होंने बताया कि मेरी वायु सेना में रुचि थी और सैणी की फौज में दिलचस्पी थी और आज वह वाइस आर्मी चीफ बन गए हैंं जिस पर उनके सभी साथियों व स्कूल को उन पर बहुत गर्व है। देश को एक बहुत ही जांबाज अफसर मिला है, जिसने हमेशाी अपनी डयूटी व कर्तव्य को सबसे ज्यादा महत्व दिया है।
सैणी के स्कूल वक्त के साथी अनिल सूरी का कहना है कि सैणी फुटबॉल व हॉकी दोनों में शानदार खेल दिखातेे थेे, जिनके साथ हमने अनेक इंटर हाउस मुकाबलों में जीत दर्ज की थी। उन्होंने बताया कि हमें बहुत फख्र है कि हमारा साथी देशसेवा के लिए इतने बड़े ओहदे पर सेवा निभाएगा। सैनिक स्कूल की ओल्ड ब्वाइस एसोसिएशन के अध्यक्ष राजपाल संधू का कहना है कि सतिंदर कुमार सैणी पिछले साल दिसंबर में आयोजित वार्षिक मीट में बतौर मुख्य मेहमान शिरकत करने आए थे, जिनकी प्रेरणा व मार्गदर्शन को स्कूल के विद्यार्थी रोजाना याद करते हैंं।
पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने वाले लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह भी इसी स्कूल के छात्र हैं। सैैन्य अधिकारियों की नर्सरी के तौर पर जाने जाते सैनिक स्कूल से अभी तक 16 लेफ्टिनेंट जनरल, 4 एयर मार्शल, 2 रेयर एडमिरल, 250 से ज्यादा लेफ्टिनेंट जनरल, 375 मेजर इत्यादि के अलावा सैकड़ों सिविल, पुलिस, न्यायिक अधिकारी तथा इंजीनियर, डॉक्टर व नामचीन कारोबारी दुनिया भर में अपनी काबिलियत का लोहा मनवा रहे हैंं
इस वकत लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह एवीएसएम, लेफ्टिनेंट जनरल बलबीर सिंह वीएसएम, लेफ्टिनेंट जनरल एसके सैणी, लेफ्टिनेंट जनरल इकरुप सिंह घुम्मण, एयर मार्शल रामेश राय, एयर मार्शल एनजेएस ढिल्लो, मेजर जनरल बलविंदर सिंह छीना इत्यादि कुछ ऐसे नाम हैंं जिनसे पड़ोसी मुल्क कांपता है। कारगिल युद्ध के दौरान जांंबाजी दिखाने वाले कर्नल विकास वोहरा की बहादुरी पर तो फिल्म भी बन चुकी है। टाइगर हिल पर कब्जा करने वाली पंजाब रेजीमेंट के कमांडिग अफसर बिग्रेडियर एमपीएस बाजवा भी इसी स्कूल के छात्र रहे हैंं। कारगिल युद्ध केे दौरान बोोफोर्स तोपों की कमांड सैनिक स्कूल के विद्यार्थी रहे मेजर जनरल लखविंदर सिंह के हाथों में थी।
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