जागरण फेस्टिवल का आखिरी दिन, केएल सहगल ऑडिटोरियम में उठाएं फिल्मों का आनंद
रविवार की शुरुआत ईरानी फिल्म 'बॉडीगार्ड' से की गई। इसके बाद अंग्रेजी फिल्म 'टर्टल', भारतीय शॉर्ट और ¨हदी फिल्में 'चीनी कम', 'रेड' और 'लम्हे' का प्रदर्शन किया जाएगा। फिल्म देखने के लिए एंट्री फ्री है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : महानगर में 9वें जागरण फिल्म फेस्टिवल (जेएफएफ) का जादू लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है। रविवार की शुरुआत ईरानी फिल्म 'बॉडीगार्ड' से की गई। इसके बाद अंग्रेजी फिल्म 'टर्टल', भारतीय शॉर्ट और ¨हदी फिल्में 'चीनी कम', 'रेड' और 'लम्हे' का प्रदर्शन किया जाएगा। फिल्म देखने के लिए एंट्री फ्री है। तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन शनिवार को पंजाबी फिल्म 'ताला ते कुंजी' समेत कुल 6 फिल्में प्रदर्शित की गई। बड़ी संख्या में इन्हें देखने पहुंचे शहर और आसपास के इलाकों के दर्शकों ने इनकी भरपूर सराहना की। केएल सहगल मेमोरियल हॉल में सभी शो हाउसफुल रहे।
पंजाब में सबसे विकराल नशे की समस्या पर आधारित फिल्म 'ताला ते कुंजी' को दर्शकों ने जमकर सराहा। इस फिल्म में पांच लोगों की नशे की आदत को लेकर बेबसी, लाचारी और अंत में उससे बाहर निकलने के जद्दोजहद की कहानी बड़े मार्मिक अंदाज में प्रस्तुत की गई। 82 मिनट की अवधि वाली फिल्म में पंजाब के ग्रामीण इलाकों में नशे की दलदल में फंसी युवा पीढ़ी की भयावह तस्वीर पेश की गई है। फिल्म युवा पीढ़ी की बर्बादी की खौफनाक तस्वीर दर्शकों के सामने रखने में कामयाब रहती है। इससे पहले जेएफएफ के दूसरे दिन की शुरुआत इंटरनेशनल शॉर्ट्स (फॉर फ्रॉम मैन, सिगारीलास एवं द कॉ¨लग) से हुई। इन्हें भी दर्शकों की भरपूर प्रशंसा मिली। दिन की दूसरी फिल्म वैशाली सिन्हा द्वारा निर्देशित 'आस्क द सेक्सपर्ट' देश में सेक्स शिक्षा पर आधारित फिल्म थी। नई पीढ़ी के दर्शकों को यह फिल्म बहुत भायी। इसके अलावा, पंचम अनमिक्सड: मुझे चलते जाना है, कुछ भीगे अल्फाज ने भीदर्शकों को खूब आकर्षित किया। पांच दोस्तों पर बनी फिल्म 'तू है मेरा संडे' भी खूब पसंद की गई। विशेषकर युवाओं के बीच इसका क्रेज रहा। रविवार को 9वें जागरण फिल्म फेस्टिवल का तीसरा और अंतिम दिन है।