बसपा का शिअद में विलय ही करवा दें गढ़ी: कोटली
बसपा के राज्य अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी शिअद के साथ हुए चुनावी गठबंधन के बाद असंतुष्टों के निशाने पर हैं।
जागरण संवाददाता, जालंधर : एक बार फिर से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राज्य अध्यक्ष जसवीर सिंह गढ़ी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के साथ हुए चुनावी गठबंधन के बाद सीटों एवं उम्मीदवारों के फेरबदल को लेकर असंतुष्टों के निशाने पर हैं। बसपा पंजाब के पूर्व महासचिव सुखविदर कोटली ने पार्टी नेतृत्व की तरफ से लिए जा रहे फैसलों पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि मौजूदा हालातों में तो जसवीर सिंह गढी को तो ऐसे फैसले लेने की बजाए बसपा का शिअद में विलय ही कर देना चाहिए।
सुखविदर कोटली ने कहा कि पहले 20 सीटें लेकर जसवीर सिंह गढ़ी ने बसपा का स्तर नीचे कर दिया। बसपा उन सीटों को समझौते के तहत लेने में कामयाब ही नहीं हो सकी, जिन पर बसपा का आधार था और जीत की संभावनाएं थीं। सुखविदर कोटली ने कहा कि अब अकाली दल के नेताओं को बसपा में शामिल कर उन्हें तत्काल टिकट दे दी जा रही है। इससे निम्न स्तरीय राजनीति नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि जसवीर सिंह गढी ने बसपा को अकाली दल के हाथों बेच ही डाला है। उन्होंने कहा कि वह बसपा के टकसाली वर्कर हैं और रहेंगे, लेकिन वह पार्टी के खिलाफ होने वाले फैसलों को लेकर लगातार अपनी आपत्ति दर्ज करवाते रहेंगे।
बीते रविवार को भी जालंधर के देश भगत यादगार हाल में बसपा के असंतुष्ट नेताओं की तरफ से एक बैठक की गई थी। हालांकि इस बैठक के दौरान नई पार्टी के गठन को लेकर असंतुष्ट भी दो गुटों में बंटे हुए नजर आए थे।