जन्मदिन पर केक काटना व मोमबत्ती बुझाना भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं : किशन लाल शर्मा
इस दाैरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के पंजाब प्रधान किशन लाल शर्मा ने कहा कि हमारा काम तोड़ना नहीं जोड़ना है। सभी युवाओं को चाहिए कि वह अपने जन्मदिन पर गाेशाला में गाेमाता को चारागुडपेड़े डालकर गऊ माता का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
जालंधर, जेएनएन। पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के जालंधर जिला अध्यक्ष बोबीन शर्मा ने अपना जन्मदिन केक काटने की जगह प्राचीन श्री हनुमान मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया और गाेशाला में गायाें को चारा, गुड व पेड़े खिलाकर मनाया। इसके साथ ही उन्हाेंने जरूरतमंद लोगों को फल वितरित किए अाैर लाडोवाली रोड में पौधे लगाए।
इस अवसर पर विशेष तौर पर उपस्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के पंजाब प्रधान किशन लाल शर्मा, बार एसोसिएशन के ज्वाइंट सचिव एडवोकेट राहुल रामपाल शर्मा,सर्वोपरि मंदिर प्रबंधक कमेटी पंजाब के महासचिव कुणाल अग्रवाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष विनीत शर्मा, राजिंदर गाेसाईं अादि उपस्थित थे।
इस दाैरान पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति मंच के पंजाब प्रधान किशन लाल शर्मा ने कहा कि हमारा काम तोड़ना नहीं जोड़ना है। सभी युवाओं को चाहिए कि वह अपने जन्मदिन पर गाेशाला में गाेमाता को चारा,गुड,पेड़े डालकर गऊ माता का आशीर्वाद प्राप्त करके और 10–10 पौधे लगाकर अपना जन्मदिन मनाएं और शर्मा ने कहा की हमारी युवा पीढ़ी को संकल्प लेना चाहिए की वह जन्मदिन पर भारतीय संस्कार व पद्धति के अनुसार सेवा कार्य करें।
भारतीय संस्कृति में केक काटने की कोई परंपरा नहीं है।यह खेदजनक है कि हम पश्चिमी संस्कृति की ओर बढ़ रहे हैं। वहीं एडवोकेट राहुल रामपाल शर्मा ने बोबीन शर्मा को बधाई देते हुए कहा कि उन्हाेंने अपने जन्मदिन सेवा कार्य करके मनाने का सही निर्णय लिया। हमारी संस्कृति में केक काटना और मोमबत्ती बुझाना नहीं है। राहुल रामपाल शर्मा ने कहा की जन्मदिन पर कोई ऐसा काम करने की कोशिश करें जिससे आपको आजीवन प्रेरणा मिलते रहे। इस दिन आंवला,पीपल व बरगद अादि के पाैधे लगा सकते हैं।
इस अवसर पर सर्वोपरि मंदिर प्रबंधक कमेटी पंजाब के महासचिव कुणाल अग्रवाल जी ने कहा की मानव के रूप में जन्म हमारे लिए भगवान का सबसे बड़ा उपहार है। बोबीन शर्मा ने आए अतिथियों का धन्यवाद किया और कहा कि आज की युवा पीढ़ी को संकल्प लेना चाहिए कि वह अपने जन्मदिन पर केक काटने और मोमबत्ती बुझाने की बजाये किसी जरूरतमंद की सहायता और सेवा करें।