कश्मीरी प्रोफेसर ने आतंकी हमले के बारे में कर दिया ऐसा कमेंट, गंवानी पड़ी नाैकरी
जालंधर के लवली प्राफेसनल यूनिवर्सिटी में कार्यरत एक कश्मीरी प्रोफसर को पुलवामा हमले पर आपत्तिजनक टिप्पणी करनी भारी पड़ गई। उसे इस कारण अपनी नौकरी गंवानी पड़ी।
जालंधर, [कमल किशोर]। यहां लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) में कार्यरत एक कश्मीरी प्रोफेसर को पुलवामा आतंकीह हमले को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी काफी भारी पड़ गया। इस कारण उसे अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। अब प्रोफेसर अपनी सफाई दे रहा है। उसका कहना है कि उसके वॉट्सएप मैसेज को एडिट कर उसे फंसाया गया है।
प्रोफेसर का आरोप- किसी ने फोटोशॉप पर एडिट किया कमेंट
आरोप है कि LPU में कार्यरत इस प्रोफेसर सलमान शाहीन ने पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हमले के बाद वॉट्सएप पर एक आपत्तिजन मैसेज को पोस्ट किया। इसके बाद वह छुट्टी पर चले गए। प्रोफेसर का मैसेज वायरल होने पर यूनिवर्सिटी में बवाल हाे गया। इसके बाद एलपीयू (LPU) प्रशासन ने सख्त कदम उठाते हुए उसे सेवा से मुक्त कर दिया।
दूसरी ओर, सलमान शाहीन का कहना है कि किसी स्टूडेंट ने वॉट्सएप पर कश्मीर के बारे में गलत शब्दावली का इस्तेमाल किया था। उन्होंने उसके जवाब में सिर्फ इतना लिखा था कि 'हमें कश्मीर में प्यार की बात करनी चाहिए न कि बंदूकों की।' इसके बाद वो छुट्टी पर चले गए। 17 फरवरी को छुट्टी बिताने के बाद यूनिवर्सिटी पहुंचे तो बवाल देख हैरान हो गए।
उन्होंने कहा कि किसी ने मेरे कमेंट को फोटोशॉप में एडिट कर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वह यूनिवर्सिटी प्रबंधन से मिले और पूरी बात बताई। प्रो. शाहीन ने बताया कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने उन्हें सस्पेंड करने या फिर खुद इस्तीफा देने को कहा। जब वह अपने फ्लैट पहुंचे तो घर के बाहर इकट्ठा हुए लोगों की नारेबाजी से घबरा गए। भीड़ ने उन्हें गालियां निकालीं और कश्मीर लौटने को कहा। कुछ लोगों के हाथ में पिस्टल व लोहे की रॉड थीं। उन्होंने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने उन्हें कश्मीर जाने वाली बस में बैठा कर सुरक्षित रवाना किया।
पुलिस को किया सेल्यूट
कश्मीर पहुंचकर प्रो. शाहीन ने घर पहुंचने के बाद सोशल मीडिया पर अपलोड किए वीडियो में पंजाब पुलिस के जवानों का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, 'घर के बाहर जमा भीड़ देख वह भी एकदम से घबरा गया था, उसे यह भी मालूम नहीं था कि वह जिंदा बचेगा या नहीं, लेकिन पुलिस ने उसे भीड़ से बचाने में जो भूमिका निभाई, वह सराहनीय है। मैं पंजाब पुलिस को सेल्यूट करता हूं।'
प्रोफेसर ने गलती को स्वीकार की: एलपीयू
एलपीयू के डायरेक्टर अमन मित्तल ने कहा कि प्रो, शाहीन ने हमें ये कभी नहीं बताया कि उनकी पोस्ट या बातचीत से छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने खुद आकर अपनी गलती को स्वीकार की थी। यूनिवर्सिटी से बिना नोटिस पीरियड के दो महीने की सैलरी जमा करने की बात कह रिलीव करने की गुजारिश की थी। यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने उन्हें रिलीव कर दिया है। उन्होंने जो भी मदद मांगी, उन्हें मुहैया कराई गई।
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साहिर की याद में होने वाले मुशायरे में शामिल नहीं की जाएंगी पाक शायर
लुधियाना: अदीब इंटरनेशनल के बैनर तले 2 मार्च को लुधियाना में साहिर लुधियानवी की याद में होने वाले मुशायरे में अब पाकिस्तान से तीन महिला शायर नहीं आएंगी। उनका कार्यक्रम रद कर दिया गया है। पंजाब में पहली बार केवल महिला शायरों का मुशायरा कराया जा रहा है। अब मुशायरे में देश के विभिन्न शहरों से लगभग 12 महिला शायर आ रही हैं।
अदीब इंटरनेशनल के चेयरमैन डॉ. केवल धीर का कहना है कि यह मुशायरा पुलवामा के शहीद जवानों को समर्पित होगा। आयोजकों ने पहले पाकिस्तानी शायरा बुशरा रहमान, सदफ सुग्रा, नज्मा शाहीन को आमंत्रित किया था, लेकिन पुलवामा हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों के शहीद होने के बाद देश भर में पाक के खिलाफ उभरे गुस्से के चलते आयोजकों ने पाक शायराओं को अपना कार्यक्रम टालने का आग्रह किया है।