जालंधर टुडे : शहर में आज कई स्थानों पर लगेंगे वैक्सीनेशन कैंप, जानिए और क्या खास है
जालंधर में मंगलवार को सरकारी व गैर सरकारी सेंटरों में कोरोना की डोज लगेगी। इसके अलावा चुनावी हलचल रहेगी। जालंधर में सिविल अस्पताल में वैक्सीनेशन कैंप सुबह 9 बजे लगेग। वहीं सरकारी हेल्थ सेंटर गढ़ा सरकारी हेल्थ सेंटर धन्नोवाली आदि कई जगहों पर वैक्सीनेशन कैंप लगाए जाएंगे।
जागरण संवाददाता, जालंधर। जालंधर में आज क्या खास है। कहां किस समय सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक कार्यक्रम होंगे। कौन बड़ी शख्सियत आज शहर में होगी, इस सबकी जानकारी रोजाना आपको जागरण डाट काम पर मिलेगी। आइए, नजर डालते हैं 25 जनवरी को 'नगर में आज' क्या-क्या, कहां-कहां है। मंगलवार को सरकारी व गैर सरकारी सेंटरों में कोरोना की डोज लगेगी। इसके अलावा चुनावी हलचल रहेगी।
वैक्सीन कैंप
सिविल अस्पताल में वैक्सीन कैंप सुबह नौ बजे से
सरकारी हेल्थ सेंटर गढ़ा में वैक्सीन कैंप सुबह नौ बजे से
सरकारी हेल्थ सेंटर धन्नोवाली में वैक्सीन कैंप सुबह नौ बजे से
राधा स्वामी सत्संग घर जेल रोड में फ्री वैक्सीन कैंप सुबह नौ बजे से
सरकारी हेल्थ सेंटर मकसूदां में वैक्सीन कैंप सुबह नौ बजे से
अपाहिज आश्रम में वैक्सीन कैंप सुबह नौ बजे से
सरकारी हेल्थ सेंटर काजी मंडी में वैक्सीन कैंप सुबह नौ बजे से
हवन यज्ञ
मां चिंतपूर्णी मंदिर माई हिरां गेट में हवन यज्ञ सुबह सात बजे
माघ मास को लेकर प्राचीन शिव मंदिर गुड़ मंडी में हवन यज्ञ सुबह सात बजे से
माघ मास को लेकर श्री कृष्ण मंदिर छोटा अली मुहल्ला में हवन यज्ञ सुबह आठ बजे से।
बाला जी की चौंकी
श्री कष्ट निवारण बाला जी मंदिर बाजार शेखा में बाला जी की चौंकी शाम 8 बजे से।
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‘अपने हक के प्रति जागरूक हो छात्रएं‘
संवाद सहयोगी, नकोदर : केआरएम डीएवी कालेज नकोदर के एनएसएस यूनिट ने प्रिंसिपल डा. अनूप कुमार की अगुवाई में नेशनल गर्ल चाइल्ड डे मनाया। विद्यार्थियों ने आनलाइन व आफलाइन गतिविधियों में हिस्सा लिया। उन्होंने प्रण लिया कि ’बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’, ’साड़ियां बेटियां-साडा भविष्य’ जैसी गतिविधियों में अपना पूरा सहयोग देंगे। प्रिं. डा. अनूप ने कहा कि जहां भारत में लड़कियों को अधिक रोजगार के मौके मिल रहे हैं, वहीं भारत सरकार द्वारा उन्हें अच्छी व उच्च शिक्षा देने के प्रयास भी हो रहे हैं। उन्होंने छात्रओं को अपने हकों प्रति जागरूक होने के लिए प्रेरित किया। प्रो. डा. कमलजीत सिंह ने कहा कि भारत में यह दिवस राष्ट्रीय स्तर पर 2008 के बाद लगातार हर साल मनाया जा रहा है, जिस कारण महिला-पुरुष अनुपात में बढ़ोतरी हुई है तथा लड़कियों को आगे बढ़ने के मौके मिले हैं।