पंजाब में अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले अंतर्राज्यीय गैंग के 7 सदस्य दबोचे, असलहा की खेप बरामद
गैंग के सदस्य पंजाब के अलग-अलग शहरों के रहने वाले हैं। उनके पास से .32 बोर के 12 अवैध पिस्टल और 15 कारतूस बरामद किए हैं।
जालंधर, जेएनएन। कमिश्नरेट पुलिस ने अवैध हथियारों की सप्लाई करने वाले एक अंतर्राज्यीय गैंग का पर्दाफाश करते हुए सात सदस्यों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। आरोपितों के पास से .32 बोर के 12 अवैध पिस्टल और 15 कारतूस बरामद किए हैं। ये सभी पंजाब के विभिन्न शहरों से अवैध हथियारों की सप्लाई कर रहे थे। आरोपितों की पहचान न्यू राजन नगर के 21 वर्षीय सूरज, आदमपुर के 25 वर्षीय विजय कुमार, अमृतसर के अरजनमंगा गांव के 22 वर्षीय जोबनजीत सिंह, पठानकोट के प्रेम नगर के 27 वर्षीय साहिल सैनी, बटाला के भोमा से 24 वर्षीय अमृतपाल सिंह, हकीमी गेट अमृतसर से 23 वर्षीय केशव खेड़ा और फतेहगढ़ साहिब के गांव खेरी वीर सिंह से 24 वर्षीय हरमनदीप सिंह के रूप में हुई है।
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 9 सितंबर को पुलिस को ग्लोबल अस्पताल से पीलीभीत, उत्तर प्रदेश के रहने वाले अभिनव मिश्रा के गोली लगने से घायल होने की सूचना मिली थी। इस पर बस्ती बावा खेल की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की थी। पता चला था कि सूरज ने अवैध हथियारों का इस्तेमाल करते हुए अभिनव पर गोलियां चलाई थी। उसे सूरज पर परिवार की महिलाओं के प्रति बुरी नीयत रखने का संदेह था।
इसके बाद पुलिस ने सूरज को काबू कर पूछताछ शुरू की। उससे अवैध हथियार के बारे में पूछने पर पता चला कि वह अभिनव के साथ मिलकर पंजाब में अवैध हथियारों की सप्लाई करता है। ये हथियार वे मध्यप्रदेश के इंदौर से लाकर लोगों को मुहैया करवा चुका है। झज्जर स्थित सूरज के घर से पुलिस ने चार पिस्टल, नौ कारतूस, एक खाली होल बरामद किया। इसी तरह दो पिस्टल और दो कारतूस जोबनजीत और अमृतपाल से बरामद हुए। वहीं एक पिस्टल और दो कारतूस साहिल और एक-एक पिस्टल केशव, विजय कुमार और हरमनदीप सिंह से बरामद हुई।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि सूरज, जोबनजीत और केशव खेड़ा के खिलाफ पहले ही दो आपराधिक मामले दर्ज हैं और विजय कमार के खिलाफ आठ केस दर्ज हैं। विजय कमार को पुलिस कपूरथला जेल और जोबनजीत को गुरदासपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लाई थी। साहिल व हरमनदीप सिंह ग्रेजुएट हैं और बाकी के आरोपी दसवीं व बाहरवीं पास हैं।
उन्होंने बताया कि सूरज पुलिस हिरासत में है जबकि अभिनव का इलाज चल रहा है। बाकी आरोपितों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सूरज से सीनियर अधिकारियों की ओर से पूछताछ जारी है, जिसमें और खुलासे होने की संभावना है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि अभिनव की हालत सुधरने के बाद उसे गिरफ्तार किया जाएगा और पूछताछ की जाएगी।
सीआईए टीम को मिलेगा डीजीपी स्पेशल डिस्क अवार्ड
उन्होंने कहा कि इस मामले में शानदार कारगुजारी का प्रदर्शन करने वाली सीआईए टीम और उनके इंचार्ज हरविंदर सिंह का नाम डीजीपी स्पेशल डिस्क के लिए प्रस्तावित किया जाएगा। पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 307, 188 और 25-54-59 आर्म्स एक्ट, एपिडेमिक डिसीज एक्ट की धारा 3 व डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट की धारा 51 के तहत केस दर्ज कर लिया है।