गोल्ड किट्टी घोटालाः गगन से बरामद करनी है नगदी, पुलिस की मांग पर रिमांड चार दिन बढ़ा
पुलिस ने ओलएस बिज प्रा. लि. के मालिक गगनदीप के दफ्तर व घर से दस्तावेज जब्त किए हैं। हालांकि अभी तक जमा किए गए रुपयों की जानकारी नहीं मिली है।
जालंधर, जेएनएन। 25 करोड़ के गोल्ड किट्टी घोटाले में गिरफ्तार हुए ओएलएस विज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक गगनदीप सिंह के दफ्तर से लैपटॉप, दस्तावेज आदि बरामद करने के बाद पुलिस ने अब उसके पास से कैश बरामद करना था। वीरवार को उसका रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने उसे अदालत में पेश किया और चार दिन का रिमांड मांगा। कोर्ट में अपील को मानते हुए उसे चार दिन के और पुलिस रिमांड पर भेज दिया। गगन और उसके साथियों पर करोड़ों की ठगी का आरोप है, जिसके चलते पुलिस अभी ठगी के पैसों को बरामद करने के लिए पूछताछ करेगी।
वहीं, पुलिस ने दफ्तर के बाद अब गगन के घर से भी कुछ जरूरी दस्तावेज जब्त किए हैं। इसमें लोगों से किए लेन देन का हिसाब शामिल है। एसीपी हरिंदर सिंह ने बताया कि आरोपित गगन का चार दिन का रिमांड मिला है। रिमांड के दौरान उससे लोगों से इकट्ठा किए गए पैसों के बारे में पूछताछ के बाद उनको भी केस प्रापर्टी बनाने के लिए जब्त किया जाएगा।
नताशा की याचिका खारिज
उधर, इस केस में नामजद गगन के पास काम करने वाली नताशा की अग्रिम जमानत की याचिका को अदालत में रद कर दिया गया है। ऐसे में अब पुलिस गगन के साथी गुरमिंदर सिंह के साथ साथ पुलिस अब शीला सिंह और नताशा की गिरफ्तारी के लिए भी तलाश कर रही है।
यह था मामला
पीपीआर मॉल में ओएलएस प्राइवेट लिमिटेड लोगों से गोल्ड किट्टी के नाम पर पैसे इन्वेस्ट करवाती थी। इसमें 11 महीने लोगों को पैसे देने होते थे और 12वें महीने की किस्त कंपनी देती थी। इसके बाद 13 महीने में लोगों को सोना दे दिया जाता था। लॉकडाउन में जब लोगों ने कंपनी को पैसे देने बंद कर दिए। आर्थिक तंगी में उलटा उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो सारे गोरखधंधे की पोल खुल गई। संचालकों ने दफ्तर में ताला लगाकर भाग गए। फोन भी बंद कर दिया। बाद में पुलिस ने 64 लोगों की शिकायत पर केस दर्ज कर पड़ताल शुरू की थी।
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