जालंधर में टकराए दो अफसर; पद संभालने आए सब-रजिस्ट्रार के लिए नहीं छोड़ी कुर्सी, डीसी तक पहुंचा मामला
जालंधर सब रजिस्ट्रार-दो में सेवाएं दे रहे लखविंदरपाल सिंह गिल के तबादले को लेकर तीन दिन पहले ही आदेश जारी किए गए थे। उनके स्थान पर अमलोह से प्रवीण कुमार को लगाया गया था। सोमवार को प्रवीण पद संभालने पहुंचे तो लखविंदरपाल ने कुर्सी छोड़ने से इनकार कर दिया।
जालंधर, जेएनएन। सप्ताह के पहले दिन कुर्सी को लेकर सब रजिस्ट्रार आमने-सामने हो गए। विवाद बढ़ा तो मामला डिप्टी कमिश्नर के दरबार में पहुंचा। डीए लीगल के पास मामला भेजने के बाद आखिरकार अमलोह से ट्रांसफर होकर आए प्रवीण कुमार ने पद संभाल लिया। इसके बाद उन्होंने रजिस्ट्री करने के काम विधिवत शुरू किया।
दरअसल, सब रजिस्ट्रार-दो में सेवाएं दे रहे लखविंदरपाल सिंह गिल के तबादले को लेकर तीन दिन पहले ही आदेश जारी किए गए थे। उनके स्थान पर अमलोह से प्रवीण कुमार को लगाया गया था। सोमवार को प्रवीण कुमार जैसे ही पद संभालने पहुंचे तो लखविंदरपाल ने कुर्सी छोड़ने से इनकार कर दिया। बताया जा रहा है कि वह स्टे मिलने का हवाला देकर पद पर बने रहना चाहते थे। बात बढ़ने पर दोनों डीसी घनश्याम थोरी के पास पहुंच गए। डीसी ने दोनों की बात सुनने के बाद मामला डीए लीगल को भेज दिया, जिन्होंने नियमानुसार प्रवीण कुमार को ही पद पर सेवाएं देने के लिए योग्य बताया। बाद दोपहर आखिरकार प्रवीण कुमार ने कुर्सी संभालकर सेवाएं देनी शुरू कर दी। वहीं, लखविंदरपाल सिंह गिल पीडब्लयूडी में बतौर तहसीलदार सेवाएं देंगे।
तहसील पहुंचे लोग हुए परेशान
कुर्सी को लेकर लखविंदरपाल सिंह गिल व प्रवीण कुमार के बीच चले कशमकश के दौरान लोग परेशान हुए। कारण, दूर-दराज से तहसील में रजिस्ट्री करवाने पहुंचे लोग तमाम तरह के कागजात तैयार करने के बाद भी अपनी बारी का इंतजार करते रहे। इनमें कई बुजुर्ग भी शामिल थे। जसपाल सिंह बताते हैं कि तमाम तरह की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद उन्हें सोमवार की तारीख मिली थी, लेकिन इंतजार करने के चलते उन्हें दिन भर परेशान होना पड़ा। हालांकि सोमवार को जितने लोग रजिस्ट्री करवाने आए थे, किसी को निराश होकर नहीं लौटना पड़ा। देर शाम तक सभी की रजिस्ट्री कर दी गई।
सब रजिस्ट्रार की कुर्सी को लेकर हुए विवाद के दौरान रजिस्ट्री करवाने पहुंचे लोगों को परेशान होना पड़ा।
नियमानुसार दी गई जिम्मेदारी : डीसी
डीसी घनश्याम थोरी ने बताया कि नियम व कानून के मुताबिक ही प्रवीण कुमार को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने कहा कि मामला डीए लीगल के पास जाने के बाद सुलझ गया है। लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।