Move to Jagran APP

जालंधर के लिए गर्व की खबर, NIT के प्रो. बलबीर देश के शीर्ष दो फीसद वैज्ञानिकों में शामिल

प्रो. बलबीर सिंह 2007 में एनआईटी के रसायन विज्ञान में हैं। प्रो. कायथ उच्च प्रशासनिक ग्रेड (एचएजी) के प्रोफेसर हैं जो भारत में सर्वोच्च शैक्षणिक पद है। सितंबर 2009-2012 तक रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष थे। इससे पहले वह 16 वर्षों तक एनआईटी हमीरपुर में सेवाएं दे चुके हैं।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 04:50 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 04:50 PM (IST)
जालंधर के लिए गर्व की खबर, NIT के प्रो. बलबीर देश के शीर्ष दो फीसद वैज्ञानिकों में शामिल
एनआईटी में रसायन विभाग के अध्यक्ष व वैज्ञानिक प्रोफेसर डा. बलबीर सिंह कायथ।

जालंधर, जेएनएन। एनआईटी में रसायन विभाग के अध्यक्ष व वैज्ञानिक प्रोफेसर डा. बलबीर सिंह कायथ विश्व के शीर्ष दो फीसद वैज्ञानिकों में शामिल हुए। यह सर्वे स्टैनफोर्ड विश्व विद्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका की तरफ से करवाया गया। प्रो. बलबीर सिंह 2007 में एनआईटी के रसायन विज्ञान में हैं। इससे पहले 16 वर्षों तक एनआईटी हमीरपुर में सेवाएं दे चुके हैं।

loksabha election banner

सितंबर 2009-2012 तक रसायन विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष थे। इसके अलावा उनकी तरफ से डीन प्लानिंग एंड डेवलपमेंट, रजिस्ट्रार, डीन स्टूडेंट वेलफेयर, डीन एकेडमिक के पद पर एनआईटी जालंधर में अपनी सेवाएं दी हैं। प्रो. कायथ उच्च प्रशासनिक ग्रेड (एचएजी) के प्रोफेसर हैं, जो भारत में सर्वोच्च शैक्षणिक पद है।

जीत चुके हैं ये अवार्ड

इंडियन काउंसिल केमिस्ट्स अवार्ड 2018, बेस्ट टीचर अवार्ड 2018, एचआईएम साइंस कांग्रेस फेलो आफ द इयर अवार्ड 2013-2014, एनआईटी हमीरपुर कमेंडेशन अवार्ड 2003, आईसीएएस-नई दिल्ली चैप्टर (आईओसी) एक्सीलेंस इन साइंस अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं। इसके अलावा उनके शोध समूह को गोल्डन पेपर अवार्ड, यंग केमिस्ट अवार्ड, यंग साइंटिस्ट अवार्ड्स और बेस्ट पेपर अवार्ड्स मिले हैं।

इस देशों का कर चुके हैं दौरा

डा. कायथ अस्ट्रेलिया, थाइलैंड, सिंगापुर, जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका, नेपाल, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, यूके, सिंगापुर आदि कई देशों का दौरा कर चुके हैं। उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में स्तर की अध्यक्षता करने का सम्मान प्राप्त है। उन्होंने इंटरनेशनल जर्नल आफ रिप्यूट (एससीआई व स्कोपस) में 250 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं।

पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.