मेजर जनरल बलविंदर सिंह की लिखी 'एक ओंकार' कॉफी टेबल बुक का जालंधर में लोकार्पण
मेजर जनरल बलविंदर सिंह की लिखी किताब एक ओंकार कॉफी टेबल का लोकार्पण शुक्रवार को जालंधर में किया गया। बलविंदर सिंह इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरीटेज दोआबा हलके के जनरल और इंडियन गवर्निंग काउंसिल के मेंबर हैं।
जालंधर, जेएनएन। शुक्रवार को विरसा विहार में मेजर जनरल बलविंदर सिंह की लिखी किताब एक ओंकार कॉफी टेबल का लोकार्पण किया गया। इस मौके पर पर्यावरण प्रेमी और पद्मश्री संच बलवीर सिंह सीचेवाल, जालंधर के सांसद संतोख सिंह चौधरी, डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी, पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने पुस्तक का विमोचन किया। सभी ने लेखक बलविंदर के प्रयास की सराहना की।
मेजर जनलर बलविंदर सिंह इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरीटेज दोआबा हलके के जनरल और इंडियन गवर्निंग काउंसिल के मेंबर हैं। उनकी किताब में श्री गुरु नानक देव जी के जीवन के उस समय का वर्णन किया गया है, जो उन्होंने सुल्तानपुर लोधी में व्यतीत किया था। बलविंदर सिंह ने बताया कि श्री गुरु नानक देव जी काली बेईं में तीन दिन तक रहे थे। बेईं से बाहर आते हैं ही उन्होंने कहा कि ना कोई हिंदू ना कोई मुस्लिम, परमात्मा एक है और हम सब उसके बच्चे हैं। श्री गुरु नानक देव जी के इसी संदेश को लोगों तक पहुंचाने का मकसद रखकर यह बुक लिखी गई है। लोकार्पण के मौके पर मुख्य मेहमानों के अलावा किताब को तैयार करने वाली पूरी टीम भी मौजूद रही।
बता दें कि श्री गुरु नानक देव जी ने कपूरथला के सुल्तानपुर लोधी में अपने जीवन के कई वर्ष बिताए थे। यहां स्थित गुरुद्वारा में श्री गुरु नानक देव की जयंती पर हर वर्ष दुनिया भर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। वहीं, जिस काली बेईं के पास उन्होंने तीन दिन बिताए थे, उसे साफ करने में पर्यावरण प्रेमी संत सीचेवाल और उनके साथियों ने अग्रणी भूमिका निभाई है।
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