थप्पड़ का बदला लेने को नाबालिग वर्कर ने किया था मासूम अबु का अपहरण, ट्रेन में बार-बार करता रहा ये गलती.. और पकड़ा गया
जालंधर से अगवा सात साल के मासूम अबु को वाराणसी से बरामद कर परिवार को सौंप दिया गया। मंगलवार सुबह पुलिस अबु को लेकर जालंधर पहुंची। इसके बाद नाबालिग आरोपित को कोर्ट में पेश कर अबु को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया।
जालंधर, जेएनएन। पक्का बाग से वीरवार रात अगवा किए गए सात साल के मासूम अबु को वाराणसी से बरामद कर परिवार को सौंप दिया गया। मंगलवार सुबह पुलिस अबु को लेकर जालंधर पहुंची। इसके बाद नाबालिग आरोपित को कोर्ट में पेश कर अबु को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया। वाराणसी के रहने वाले 16 साल के आरोपित को बाल सुधार गृह भेजा गया है। अबु के घर लौटने के बाद परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं है। अबु भी घर आकर खुश दिखाई दिया। वह दिनभर पिता सरफराज अहमद की गोद में बैठकर खेलता नजर आया।
उधर पुलिस जांच में पता चला कि आरोपित अबु के पिता के लिए काम करता था और कुछ दिन पहले दोनों में काम के पैसों को लेकर झगड़ा हो गया था। सरफराज अहमद ने आरोपित को थप्पड़ मार दिया था। इसी से नाराज होकर उसने बदला लेने के लिए उनके सात साल के बेटे को अगवा किया। पुलिस के अनुसार बेइज्जती से गुस्सा हुआ आरोपित अबु को लेकर यूपी जाने वाली ट्रेन में तो सवार हो गया लेकिन पूरे रास्ते मोबाइल फोन इस्तेमाल करता रहा। इससे पुलिस को उसकी लोकेशन का पता चल गया।
कुछ खिलाने के बहाने लेकर गया था, मोबाइल लोकेशन के चलते हुआ गिरफ्तार
आरोपित मासूम अबु के साथ अच्छे से घुला-मिला था। वह अबु को ट्यूशन भी देता था और अकसर घूमने भी ले जाया करता था। इसी बात का फायदा उठाकर आरोपित पहले मासूम को कुछ खिलाने के बहाने घर के बाहर से ले गया, फिर कैंट स्टेशन जाकर यूपी की ट्रेन में चढ़ गया।
क्या था पूरा मामला
वीरवार रात करीब नौ बजे थाना चार इलाके के पक्का बाग से 7 साल के अबु का उसके ही नाबालिग अध्यापक ने अपहरण कर लिया था। आरोपित की मोबाइल लोकेशन के आधार पर अबु व आरोपित को वाराणसी रेलवे स्टेशन से बरामद किया गया था।