पहली बार माइनर डिस्ट्रिक्ट टीमों से हारा जालंधर, चयन पर उठे सवाल
पहली बार माइनर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट टीमों से जालंधर हार रहा है जिसके बाद टीम के चयन पर सवाल उठने लगे हैं।
कमल किशोर, जालंधर
पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से करवाई जा रही इंटर डिस्ट्रिक्ट टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में पहली बार जालंधर की टीम माइनर डिस्ट्रिक्ट टीमों से हार रही है। लगातार दो मैच हारने के बाद टीम चयन पर सवालिया निशान लगना शुरू हो गया है। पहला मैच जालंधर व कपूरथला के बीच बर्ल्टन पार्क में खेला गया था। इसमें कपूरथला की टीम ने जालंधर को हराया दिया। वहीं दूसरे मैच में गुरदासपुर ने जालंधर को हरा दिया।
बताया जा रहा है कि जालंधर की टीम में कुछ खिलाड़ियों का चयन न होने की वजह से वो कपूरथला की तरफ से खेलने लगे। जालंधर के एक खिलाड़ी ने कपूरथला की तरफ से खेलते हुए शहीद भगत सिंह नगर टीम के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेली। इसको लेकर क्रिकेट ग्रुपों में खिलाड़ियों के चयन पर सवाल उठाया जा रहा है। क्रिकेट ग्रुपों में इन दिनों यह मैसेज चल रहा है कि 'जालंधर डिस्ट्रिक्ट लोस्ट टू कपूरथला इन टी-20 इंटर डिस्ट्रिक्ट मैच, द नान डिजर्विग क्रिकेटर्स प्लेड रूमर्स फाल प्ले बाय सेक्रेटरी एंड हिज टीम, डिजर्विग प्लेयर्स आर इंटेनसिएली इग्नोर। फर्स्ट टाइम पंजाब क्रिकेट हिस्ट्री'। टीम चयन में किसी खिलाड़ी से नहीं हुई नाइंसाफी : हरजिदर हैरी
उधर, जालंधर डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के संयुक्त सचिव हरजिदर हैरी ने बताया कि पीसीए ने इंटर डिस्ट्रिक्ट टूर्नामेंट करवाने की बात कही थी। कम समय में डिस्ट्रिक्ट टीम का चयन करने के लिए विभिन्न क्रिकेट अकादमियों के खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया। कुल 55 खिलाड़ी पहुंचे। चार टीमें गठित की गई। इन टीमों में पांच लीग मैच करवाए गए। मैचों में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों ने टीम में जगह बनाई। किसी भी खिलाड़ी के साथ नाइंसाफी नहीं की गई। टीम बेहतर है। टी-20 खेल ऐसा है कि कोई भी टीम आखिरी समय पर मैच जीत सकती है। चाहे वह माइनर डिस्ट्रिक्ट की टीम ही क्यों न हो। पीसीए ने नया नियम निकाला है कि पांच खिलाड़ी किसी भी डिस्ट्रिक्ट टीम में खेल सकते हैं।