जालंधर में कोविशील्ड वैक्सीन की 15000 डोज आते ही सेंटरों के बाहर लगी लंबी लाइनें, गर्मी में बुजुर्गों को करना पड़ रहा लंबा इंतजार
कोरोना को हराने के लिए लोगों ने वैक्सीन लगवाने के लिए ठान ली है। कोविशिल्ड का स्टाक न होने की वजह से लोगों को खासी निराशा झेलनी पड़ रही थी। वीरवार रात को कोविशील्ड कि 15000 डोज आने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
जागरण संवाददाता, जालंधर। पिछले 4 दिन से कोविशिल्ड का स्टॉक न होने की वजह से लोगों को खासी निराशा झेलनी पड़ रही थी। कोरोना को हराने के लिए लोगों ने वैक्सीन लगवाने के लिए ठान ली है। वीरवार रात को इंतजार की घड़ियां खत्म हुई और कोविशील्ड कि 15 हजार डोज आने के बाद शुक्रवार को लोगों ने राहत की सांस ली। सुबह से ही सेंटरों के बाहर लोगों के उत्साह के चलते लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गई थी। गर्मी में भी लोग वैक्सीन लगवाने के इंतजार में खड़े थे। इनमें ज्यादातर बुजुर्ग थे जो दूसरी डोज लगवाने के लिए थे।
सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल में आए बुजुर्ग संतोष सिंह का कहना है कि सरकार को एक योजनाबद्ध तरीके से काम करना चाहिए ताकि सीनियर सिटीजन को वैक्सीन प्राथमिकता के आधार पर लगे और गर्मी में लंबे समय तक खड़ा न रहना पड़े। हालांकि सरकार की ओर से बुजुर्गों को प्राथमिकता के आधार पर वेक्सीन लगाने के आदेश जारी किए गए थे परंतु सेंटरो में इसे पूरी तरह से दरकिनार किया जा रहा है। जिले में 105 के करीब सरकारी व गैर सरकारी सेंटरों में लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। कोविशील्ड के अलावा कुछ सेंटरों मैं कोवेक्सीन की डोज लगाने का भी प्रावधान किया गया है।
इसके अलावा यूथ को वैक्सीन लगाने के लिए विभाग की ओर से डीएवी अस्पताल में विशेष कैंप का आयोजन किया गया है। सेंटरो में डिलीट के चलते पुलिस प्रशासन की ओर से व्यवस्था की गई। सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल में बनाए गए सेंटर में अवस्था का आलम दिखा ।भीड़ के बावजूद विभाग की ओर से मौके पर एक वेक्सीनेटर और एक ही कंप्यूटर लगा रखा था जबकि यहां इनकी संख्या बढ़ाने की जरूरत थी। इसे लेकर मौके पर तैनात स्टाफ की ओर से आला अधिकारियों से मांग भी की गई।