जालंधर में हिंदू परिवार का मंतातरण करवाने के मामले में नहीं शुरू हो सकी जांच, अब कल दर्ज होंगे चर्च प्रबंधकों के बयान
जालंधर में बेटी के इलाज के लिए मंतातरण करवाने वाले परिवार के आरोपों की जांच सोमवार को भी नहीं हो सकी। हिंदू संगठन व चर्च प्रबंधकों के न पहुंचने के चलते अब बुधवार को दोनों पक्षों के बयान लिए जाएंगे।
जालंधर, जेएनएन। बेटी का इलाज करवाने के लिए 75 हजार देने व मंतातरण करवाने वाले परिवार के आरोपों की जांच सोमवार को भी नहीं हो सकी। हिंदू संगठन व चर्च प्रबंधकों के न पहुंचने के चलते अब बुधवार को दोनों पक्षों के बयान लिए जाएंगे। पीडि़त परिवार तब तक लुधियाना स्थित अपने जानकारों के घर ही रहेगा।
दरअसल, मुंबई से आए ब्राह्मण परिवार का आरोप है कि जालंधर की एक चर्च में उनकी बेटी नंदिनी को फेफड़ों का कैंसर प्रार्थना के साथ दूर करने का दावा किया गया था। इसके बदले एक लाख रुपये की मांग की गई थी। पूरे पैसे नहीं होने के चलते परिवार का मंतातरण करवा दिया था। इसके बाद भी नंदिनी नहीं बच सकी। इसके बाद भी उसे जीवित करने के नाम पर लाख रुपये मांगे गए थे। पैसे ना देने पर उन्हें चर्च से बाहर निकाल दिया गया।
परिवार के समर्थन में आए हिंदू संगठनों ने पास्टर व चर्च प्रबंधकों के खिलाफ आवाज बुलंद करने के साथ ही मंतातरण करवा हिंदू से इसाई बने परिवार की घर वापसी करवाई थी। एसपीडी मनप्रीत सिंह बताते है कि दोनों पक्षों को बुधवार को बयान देने के लिए बुलाया गया है। इसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी।
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