Move to Jagran APP

कोरोना काल में जालंधर इंडस्ट्रियल फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन ने बढ़ाए मदद के हाथ, उपलब्ध कराए 800 आक्सीजन सिलेंडर्स

कोरोना काल में जालंधर इंडस्ट्रियल फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन ने लोगों के बचाव एवं इलाज में अपना अहम योगदान दिया है। एसोसिएशन ने कोरोना से बचाव के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर कैंप लगवा कर दस हजार से ज्यादा लोगों की वैक्सीनेशन करवाई है।

By Rohit KumarEdited By: Published: Fri, 30 Apr 2021 01:19 PM (IST)Updated: Fri, 30 Apr 2021 01:19 PM (IST)
कोरोना काल में जालंधर इंडस्ट्रियल फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन ने बढ़ाए मदद के हाथ, उपलब्ध कराए 800 आक्सीजन सिलेंडर्स
जालंधर इंडस्ट्रियल फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन ने लोगों के बचाव एवं इलाज में अपना अहम योगदान दिया है।

जालंधर, मनुपाल शर्मा। कोरोना काल में जालंधर इंडस्ट्रियल फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन ने लोगों के बचाव एवं इलाज में अपना अहम योगदान दिया है। एसोसिएशन की तरफ से कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर कैंप लगवा कर दस हजार से ज्यादा लोगों की वैक्सीनेशन करवाई है। जो लोग संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं और उन्हें आक्सीजन की सख्त जरूरत है, उनके बचाव के लिए भी एसोसिएशन ने अपना अहम योगदान दिया है। एसोसिएशन की तरफ से आक्सीजन के लगभग 800 खाली सिलेंडर निजी अस्पतालों एवं जिला प्रशासन की तरफ से बनाए गए स्टोर के लिए उपलब्ध करवाए गए हैं। एसोसिएशन की तरफ से लगातार जिला प्रशासन से संपर्क रखा जा रहा है, ताकि जरूरत के समय किसी भी तरह की मदद तुरंत उपलब्ध करवाई जा सके।

loksabha election banner

एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह सग्गू ने इसे अपनी सामाजिक जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि वैक्सीनेशन की शुरुआत अपनी औद्योगिक इकाइयों में कार्यरत मुलाजिमों से की गई थी, लेकिन जब यह महसूस किया गया कि प्रत्येक आमजन के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है तो उसके बाद जिला प्रशासन के सहयोग से विभिन्न स्थानों पर कैंप लगवा कर वैक्सीनेशन करवाई गई। अब तक यह आंकड़ा 10 हजार से पार हो चुका है। उन्होंने कहा कि इसी तरह से औद्योगिक इकाइयों में उपलब्ध आक्सीजन के खाली सिलेंडर एवं वेंडर्स के पास उपलब्ध खाली सिलेंडर अस्पतालों वजिला प्रशासन को भिजवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आक्सीजन का उत्पादन करने वाले प्लांट्स का दौरा किया गया और उत्पादकों को हौसला अफजाई कर उत्पादन में भी बढ़ोतरी की गई।

एसोसिएशन के वाइस चेयरमैन शरद अग्रवाल ने कहा कि महामारी के समय एसोसिएशन की तरफ से फैसला लिया गया कि अपने बचाव के अलावा समाज के बचाव के लिए भी अपना योगदान दिया जाए। जिला प्रशासन से संपर्क साधा गया और सरकारी गाइडलाइंस को लागू करवाने में भी सक्रियता दिखाई गई। उन्होंने कहा कि बीते एक वर्ष में एसोसिएशन की तरफ से श्रमिकों को एडवांस देने, उन्हें राशन उपलब्ध करवाने, उद्योगपतियों को जीएसटी रिफंड दिलाने एवं पीएसआइईसी एवं सी फार्म को लेकर वन टाइम सेटेलमेंट स्कीम लाने के लिए लगातार जद्दोजहद की गई है। यह मात्र इसी वजह से संभव हो सका है कि एसोसिएशन उद्योग वर्ग की बजाए समूचे समाज को साथ लेकर आगे बढ़ने की पक्षधर है।

एसोसिएशन के पदाधिकारी राजीव मित्तल ने कहा कि एसोसिएशन की तरफ से पिछले साल लाकडाउन खुलते ही औद्योगिक इकाइयों में उत्पादन शुरू करने का एक बड़ा फैसला लिया गया था। शुरुआत में इसके ऊपर सवाल भी खड़े किए गए थे, लेकिन बाद में यह साबित हुआ कि औद्योगिक उत्पादन शुरू करवाने में एसोसिएशन की यही पहल एक अनूठी मिसाल बनी। जालंधर में लाकडाउन के बाद औद्योगिक उत्पादन शुरू होना एक बड़ी उपलब्धि माना जा सकता है। जिससे श्रमिकों को काम मिला, सरकार को टैक्स मिला और सहम को भी कुछ हद तक खत्म किया जा सका।

डा. राजन चोपड़ा ने कहा कि एक वर्ष से एसोसिएशन उद्योग जगत के अलावा सामाजिक क्षेत्र में भी अपना योगदान दे रही है। कोविड-19 महामारी के काल में एसोसिएशन लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव एवं इलाज में भी अपना अहम योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि इस कार्य को लगातार जारी रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन की पहल को अन्य औद्योगिक संगठनों की तरफ से भी पूर्ण समर्थन मिल रहा है, जो यह साबित करता है कि एसोसिएशन की तरफ से किए जा रहे कार्य सराहनीय है और समाज को इसकी जरूरत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.