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मां बगलामुखी धाम में करवाया गया हवन यज्ञ, नवजीत भारद्वाज बोले- निष्काम कर्म ही सांसारिक दुखों से बचने का रास्ता

जालंधर के मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौंक में स्थित मां पितांबरा के प्रसिद्ध सिद्ध स्थान में रविवार को मासिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। नवजीत भारद्वाज ने हवन यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत हवन यज्ञ में आए हुए सभी मां भक्तों संबोधित किया।

By Vikas_KumarEdited By: Published: Sun, 30 May 2021 02:47 PM (IST)Updated: Sun, 30 May 2021 02:47 PM (IST)
मां बगलामुखी धाम में करवाया गया हवन यज्ञ, नवजीत भारद्वाज बोले- निष्काम कर्म ही सांसारिक दुखों से बचने का रास्ता
मां बगलामुखी धाम में मासिक हवन यज्ञ का आयोजन किया गया।

जालंधर, जेएनएन।  मां बगलामुखी धाम गुलमोहर सिटी नजदीक लम्मा पिंड चौंक में स्थित मां पितांबरा के प्रसिद्ध सिद्ध स्थान में रविवार को मासिक मां बगलामुखी हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। सबसे पहले पंडित अविनाश गौतम एवं पंडित पिंटू शर्मा ने विधिवत रूप से गौरी-गणेश, पंचोपचार, षोडशोपचार, नवग्रह पूजन,कलश पूजन उपरांत मां बगलामुखी जी के निमित्त माला जाप करके किया।

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मां बगलामुखी धाम के संचालक एवं संस्थापक नवजीत भारद्वाज ने हवन यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत हवन यज्ञ में आए हुए सभी मां भक्तों से अपनी बात कहते हुए कहा कि यह आम धारणा हो गई है कि यदि हम पूजा-पाठ लग गए तो जीवन यापन कैसे होगा। उन्होंने तुलसीदास जी के दोहे का उदाहरण देते हुए कहा कि तुलसी जग में दो बड़े एक राम एक दाम। जगत सहारण दाम है मुक्ति सुधारण राम। 

नवजीत भारदज ने कहा कि यह सत्य है कि यदि मजदूर काम नहीं करेगा तो मजदूरी कैसे मिलेगी। किसान खेतीबाड़ी नहीं करेगा तो परिवार को कैसे पालेगा। परिवार व देश के विकास के लिए खेतीबाड़ी, मजदूरी, दुकानदारी, नौकरी आदि करना ही पड़ता है, लेकिन हमें यह भी समझना चाहिए कि दाम के लिए काम अवश्य करें लेकिन मुक्ति के लिए मन से नाम जपते रहें। नाम जपते जपते इसकी आदत पड़ जाएगी और मन लग जाएगा, फिर फल भी अपने आप मिलने लगेगा। भजन भी निष्काम भाव से करें और कर्म भी निष्काम भाव होकर करें तो कर्म बंधन से छुटकारा हो जाएगा। 

नवजीत भारद्वाज ने आखिर में कहा कि जगत में हमेशा धर्मपूर्वक, शुभकर्म पुण्यकर्म ही अपने करने चाहिए। अधर्म से, अशुभ कर्म से और पाप से सदा बचना चाहिए। कोई कितना अशुभ कर्म करता है उसकी ओर ध्यान देने से ज्यादा जरूरत नहीं है। आप अपनी और ध्यान दें मेरे द्वारा कोई अशुभ कर्म न हो। आप अपने मन का मंथन करें कि मुझसे कोई पाप तो नहीं हुआ है। बस इतना मात्र करने से आप अपना कल्याण स्वयं कर लेंगे।

अंत में नवजीत भारद्वाज ने कहा कि यदि कष्टों से बचना है तो सोचो कि सब कुछ प्रभु का ही है। इस भावना के साथ निष्काम भाव से कर्म करते हुए कर्म बंधन से मुक्त हो जाओगे और इसके सिवाय दुख से बचने का अन्य कोई रास्ता नहीं है। हवन यज्ञ के दौरान सोशल डिस्टेंस एवं सैनेटाइज़ेशन का खा़स ध्यान रखा गया।

इस अवसर पर बलराज ठाकुर, बलिजंदर सिंह, विक्रम भसीन, हंसराज राणा, मुनीश शर्मा, विक्रांत शर्मा, संजीव शर्मा, गुरबाज सिंह, संजीव सांविरया, रोहित बहल, अश्वनी शर्मा, गुलशन शर्मा, गौरव कोहली, डॉ जसबीर अरोड़ा, गुन्नू, समीर चोपडा, विशाल मट्टू, अमरेंद्र कुमार शर्मा, मुकेश चौधरी, सुषमा रानी, हितेश, राजन शर्मा, मानवी भार्गव, पंकज, राजेश महाजन, बावा खन्ना, मोहित बहल, अशोक शर्मा, प्रिंस ,राकेश, प्रवीण, मानवी भार्गव, अशोक शर्मा, राजेंद्र सहगल, सुनील जग्गी,प्रिंस, सहित भारी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरती उपरांत प्रसाद रूपी लंगर भंडारे का भी आयोजन किया गया।


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