भंगड़ा डाल मनाई लोंगेवाला पोस्ट पर पाकिस्तान को धूल चटाने की खुशी, जालंधर में शूरवीरों ने मनाया विजय दिवस
जालंधर के शाहकोट में 5 दिसंबर 1971 को कंपनी कमांडर मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी कैप्टन धर्मवीर और सूबेदार रतन सिंह के नेतृत्व में लोंगोवाल पोस्ट के पर हुई लड़ाई में हिस्सा लेने वाले सैनिकों को फूलों का हार पहनाकर सम्मानित किया गया।
शाहकोट (जालंधर), जेएनएन। प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल अपनी दीवाली लोंगेवाला पोस्ट पर भारतीय सैनिकों के साथ मनाई थी। राजस्थान के रेतीले जैसलमेर की यह पोस्ट वर्ष 4-5 दिसंबर, 1971 में पाकिस्तान के साथ बड़े युद्ध की गवाह बनी थी। उस रात यहां पंजाब रेजिमेंट के मात्र 120 जवान तैनात थे। उनका नेतृत्व कर रहे थे मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी। कम संख्या में होने के बाद भी भारतीय सैनिकों ने टैंकों और बख्तरबंद वाहनों में आए हजारों पाकिस्तानी सैनिकों को भगा दिया था। उसे बुरी हार का सामना करना पड़ा था। इसी जीत की खुशी रविवार को जालंधर के शाहकोट में पूर्व सैनिकों ने भंगड़ा डाल मनाई।
मौका था पाकिस्तानी फौज को मुंहतोड़ जवाब देने वाले 23 पंजाब रेजीमेंट के 120 जवानों की बहादुरी को समर्पित विजय दिवस का। इस दौरान पूर्व सैनिकों ने 23 पंजाब रेजीमेंट की चढ़ती कलां के लिए अरदास की। उन्होंने 5 दिसंबर, 1971 को शहीद हुए फौजियों की याद में 2 मिनट का मौन भी रखा।
5 दिसंबर 1971 को कंपनी कमांडर मेजर कुलदीप सिंह चांदपुरी, कैप्टन धर्मवीर और सूबेदार रतन सिंह के नेतृत्व में लोगोंवाल पोस्ट के ऊपर हुई लड़ाई में हिस्सा लेने वाले सैनिकों को फूलों का हार पहनाकर सम्मानित किया गया। लड़ाई में हिस्सा लेने वाले सूबेदार सुखदेव सिंह रौली ने कहा कि लोंगेवाला पोस्ट की जीत का बालीवुड निर्देशक जेपी दत्ता की बॉर्डर फिल्म में विशेष जिक्र है। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम 23 पंजाब रेजीमेंट से हैं। विजय दिवस मौके सूबेदार चमकौर सिंह गिल, सूबेदार मेजर जेएस गोतरा, सूबेदार करनैल सिंह, हवलदार केवल सिंह और पलटन के सभी पूर्व सैनिक उपस्थित थे। अंत में सभी पूर्व फौजियों ने भंगड़ा डालकर विजय दिवस की खुशी मनाई।
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