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जालंधर में जाली जमानतें भरने वाला गिरोह फिर सक्रिय, अदालत के बाहर लगने लगा जमावड़ा

जालंधर में जाली जमानत भरने वाले गिरोह के सदस्य जमानत के बदले में मिलने वाली राशि केस के हिसाब से तय करते थे। हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में ज्यादा पैसे लिए जाते हैं। बाकी केस के भी अलग अलग रेट तय हैं।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sun, 21 Feb 2021 10:37 AM (IST)Updated: Sun, 21 Feb 2021 10:37 AM (IST)
जालंधर में जाली जमानतें भरने वाला गैंग फिर सक्रिय हो गया है। (सांकेतिक फोटो)

जालंधर, जेएनएन। पिछले दिनों पुलिस ने जाली जमानतें भरने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। अब पता चला है कि गिरोह के कुछ साथी अब फिर से जाली जमानतें भरने के लिए सरगर्म हो गए हैं। अदालत परिसर के बाहर ऐसे लोग खड़े रहते हैं जो पैसों के बदले जाली दस्तावेजों पर जमानतें भर देते हैं। पुलिस की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि गिरफ्तार आरोपितों का एक बहुत बड़ा गिरोह है, जो इस काम को अंजाम देता है। गिरोह के सदस्य जमानत के बदले में मिलने वाली राशि केस के हिसाब से तय करते थे। हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में ज्यादा पैसे होते थे और बाकी केस के भी अलग अलग रेट तय हैं। अब पुलिस इन लोगों को भी ट्रैप लगाकर गिरफ्तार करने के लिए प्रयास कर रही है।

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बता दें कि फर्जी दस्तावेज के जरिए जाली जमानतें भरने वाले गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद कई अहम खुलासे हुए हैं। जांच में सामने आया कि गिरोह के सदस्यों को फर्जी मुहर व दस्तावेज बनाकर देने वालों में कुछ सरकारी लोग भी शामिल हैं। वे या तो खुद सरकारी दफ्तरों में लगे हुए हैं या फिर सरकारी अफसरों के रिश्तेदार हैं। ऐसे में पुलिस ने अब ट्रैप लगाकर उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही पुलिस इस मामले में जुड़े और लोगों की गिरफ्तारी दिखा सकती है।

महिलाओं से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं गिरोह

जाली जमानतें भरने वाले गिरोह में महिलाओं से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं। जमानत भरने के लिए केस के हिसाब से पैसे लिए जाते हैं। घरेलू हिंसा के मामले में महिलाओं की भागीदारी ज्यादा होती है और महिलाओं की जमानतें भी इस मामले में ज्यादा ली जाती हैं। फौजदारी के केस में बुजुर्गों की जमानतें ज्यादा दी जाती हैं क्योंकि ऐस केसों में बुजुर्ग की जमानत पर सुनवाई भी जल्दी होती है।

यह है मामला
पिछले दिनों थाना बारादरी की पुलिस ने जाली जमानतें भरने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया था। आरोपितों की पहचान आबादी रसूलपुर कलर, जोड़ा फाटक, अमृतसर निवासी राजपाल सिंह, कमलजीत सिंह और गांव नंगल सलेमपुर निवासी कुलदीप सिंह के रूप में हुई थी। तीनों आरोपितों के पास से पुलिस ने एक जाली शिनाख्ती कार्ड नंबरदारी, जिस पर तहसीलदार जालंधर एक की मोहर लगी हुई थी, दो जाली आधार कार्ड, जिस पर राजपाल सिंह और कमलजीत सिंह की फोटो लगी हुई थी और एक जाली नंबरदार मोहर बरामद की थी।


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