जालंधर में युवकों ने घर में घुसकर कारखाना मालिक को पीटा, हाईकोर्ट के आदेशों पर पांच महीने बाद दर्ज हुई FIR
इसी साल 14 जून को कुछ युवकों ने घर में कारखाना चलाने वाले मुन्ना राय को घर में घुसकर पीटा था। इस मामले में पुलिस पर कोई कार्रवाई न करने व समझौते के लिए दबाव बनाने का आरोप है। मामला हाईकोर्ट के पास पहुंचने के बाद फिर सुर्खियों में है।
जालंधर, जेएनएन। शहर के परशुराम नगर में रहने वाले कारखाना मालिक ने पुलिस कमिश्नर से इंसाफ की गुहार लगाई है। पाइप निप्पल बनाने का काम करने वाले मुन्ना राय ने बताया कि उसने अपने घर में ही छोटा सा कारखाना लगा रखा है।
14 जून 2020 की रात को बाहर कुछ युवक आपस में लड़ रहे थे और उनके घर के बाहर गाली गलौज कर रहे थे। इसी बीच कुछ युवकों ने उनके घर पर पत्थर बरसा दिए। उन्होंने बाहर निकल कर युवकों का विरोध जताया तो उन्होंने उल्टा उन पर ही हमला कर दिया। वह जान बचाकर घर के अंदर भागे तो युवक पीछे पीछे आ गए और उनके घर के अंदर घुस कर उनसे मारपीट की।
शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हुए तो हमलावर फरार हो गए। उन्होंने बताया कि उसके बाद थाना आठ की पुलिस को शिकायत दी लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि पुलिस वाले उनको आरोपितों से समझौता करने के लिए कह रहे थे। सिविल अस्पताल में भी उनकी एमएलआर नहीं काटी जा रही थी। लोगों ने विरोध किया तो डॉक्टरों ने कार्रवाई की। इसके बाद भी पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की, जिसके चलते उन्होंने हाईकोर्ट की शरण ली। पांच महीने बाद हाईकोर्ट के आदेशों पर थाना आठ की पुलिस ने चार आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज किया, जिनमें बसंत नगर निवासी कर्ण परशुराम नगर निवासी सन्नी, मुर्गे वाला और संजू तिवारी शामिल है।
इसके अलावा पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया, जबकि उन्होंने सभी के नाम लिखवाए थे। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेशों के बावजूद पुलिस उनकी सुनवाई नहीं कर रही है। न तो आरोपितों के खिलाफ कोई बड़ी धारा लगाई गई और न ही उनको गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर से इंसाफ की गुहार लगाई है।