ग्राहक की संतुष्टि और बेहतर तालमेल से पटरी पर दौड़ता रहा कारोबार का पहिया
Make Small Strong Jalandhar शालीमार होम टेक ने कोरोना काल में भी अपने ग्राहकों को शानदार सेवाएं प्रदान की हैं। संचालक प्रो. कालड़ा ने कर्फ्यू और लाकडाउन में फेसबुक और वाट्सएप का इस्तेमाल करते हुए लोगों से संपर्क साधे रखा। होम डिलीवरी की सुविधा देकर ग्राहकों की विश्वनीयता बनाए रखी।
जालंधर, [शाम सहगल]। किसी भी कारोबार को चलाने के लिए ग्राहक का संतुष्टि होना सबसे जरूरी है। अगर ग्राहक की संतुष्टि नहीं होती तो वह दोबारा उस दुकान पर जाने से खुद तो परहेज करता ही है, साथ ही मौखिक प्रचार के माध्यम से दूसरों को भी वहां पर ना जाने की सलाह देता है। इसी कारण शालीमार होम टेक, लाजपत नगर, के संचालकों ने कभी भी ग्राहकों को असंतुष्ट नहीं होने दिया। संस्थान के संचालक प्रो. एमजे कालड़ा बताते हैं कि एलजी ब्रांड शॉप ने कंपनी की विश्वसनीयता के साथ साथ शोरूम की साख मजबूत करने के लिए ग्राहक और उसकी जरूरतों को सदैव पहल दी है। जिसका परिणाम बेहतर क्लाइंटेज के रूप में सामने आया है।
बात सर्विस की हो या फिर डिस्काउंट की, नए मॉडल की उपलब्धता हो या फिर ग्राहक के साथ बेहतर तालमेल की, एलजी ब्रांड शॉप शालीमार होम टेक के संचालकों ने कभी भी कमी पेश नहीं आने दी। इसीलिए, लॉकडाउन के दौरान और उसके बाद भी कारोबार का पहिया पटरी से नीचे नहीं उतरा। प्रोफेसर कालड़ा बताते हैं कि उन्होंने एलजी ब्रांड शॉप की शुरुआत 2009 में की थी। इन 11 वर्षों में लॉकडाउन के 50 दिनों का तजुर्बा जीवन भर नहीं भूल सकते। कारण, इस अवधि में ही लोगों ने उनसे सर्विस से लेकर नए उत्पादों की जानकारी जुटाई। उन दिनों में घरों में दुबक कर रह गए लोग लगातार इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का इस्तेमाल करते रहे। एलईडी से लेकर रेफ्रिजरेटर और माइक्रोवेव से लेकर वॉशिंग मशीन तक की जरूरत ने उनका संपर्क लोगों के साथ बनाए रखा।
डिजिटल माध्यमों से लगातार ग्राहकों से संपर्क बनाए रखा
मार्च से शुरू हुआ लॉकडाउन और इसके करीब एक माह बाद शुरू हुए गर्मी के सीजन में एयर कंडीशनर की मांग में अचानक इजाफा हो गया। लोगों की जरूरतों को देखते हुए सरकार और जिला प्रशासन द्वारा एयर कंडीशनर की बिक्री और रिपेयर करने को लेकर राहत दी गई। इसके बाद लगातार लोगों को एयर कंडीशनर रिपेयर और होम डिलीवरी की सर्विस दी गई। इसमें सोशल मीडिया भी काफी सहायक रहा। फेसबुक से लेकर वाट्सएप सहित डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करते हुए लोगों से संपर्क रखा गया। इसके बदले में उन्होंने लोगों को समय पर सेवाएं देकर विश्वसनीयता को बरकरार रखा।
घर पर रहकर ग्राहकों को देते रहे सारी जानकारी
वह बताते है कि लॉकडाउन के दौरान कारोबार को लेकर सुखद बात यह रही कि इलेक्ट्रानिक्स उत्पादों की जरूरत भी जरूरी वस्तुओं की तरह ही लोगों ने महसूस की। रोजाना सोशल मीडिया के माध्यम से लोग उनसे उत्पादों में खराबी और समाधान व नए माडल्स की जानकारी लेते थे। उन्होंने घर में ही रहकर अपने ग्राहकों को इसकी विस्तार दी। इस संवाद का लाभ लॉकडाउन खुलते ही मिला। पहले ही जानकारी जुटा चुके ग्राहक उनके यहां से आसानी से खरीदारी करते रहे। इसमें सेल्समैन को भी खासी मशक्कत नहीं करनी पड़ी। प्रो. कालड़ा बताते है कि कंपनी ने भी इस दौर में पूरा सहयोग किया। जिसके तहत लॉकडाउन के बीच भी प्रशासन से इजाजत लेकर लोगों को उनके मार्फत सेवाएं दी जाती रही।
कोरोना काल ने काम करने के नए तौर-तरीके सिखाए
उस दौर में सबसे मुश्किल कोरोना वायरस महामारी के बीच संक्रमण से खुद को बचाते हुए लोगों तक पहुंच करना था। जिसके लिए कंपनी के अधिकारियों ने एक बार भी मना नहीं किया। इसके लिए सरकारी गाइडलाइंस को अपनाते हुए सर्विस जारी रखी। उन्होंने कहा कि लोगों को सेवाएंं देने के बारे में सोशल मीडिया पर भी जागरूक किया जा रहा है। उनके फेसबुक पेज पर लोगों ने खासा सराहा। विपरित परिस्थिति ही सही लेकिन कोरोना काल ने काम करने के नए तरीकों से भी उन्हें अवगत करवाया। इसे कारोबार में शामिल करके किसी भी स्थिति में काम को अंजाम दिया जा सकता है।
इसमें सोशल मीडिया का इस्तेमाल, दुकानदार का संयम, ग्राहक से साथ संवाद और बेहतर तालमेल विशेष रूप से शामिल है। यह केवल शहरों के बड़े शोरूम ही नहीं बल्कि गांव व कस्बों में चलाई जा रही छोटी दुकानों के लिए भी मान्य है। इसे अपनाकर न केवल विपरित परिस्थिति से निपटा जा सकता है, बल्कि अपने काम को उंचाइयों पर भी लेकर जाया जा सकता है।