स्कूली शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप पाने का मौका, शिक्षा विभाग का पोर्टल हुआ ओपन; ये है अंतिम तिथि
स्कूलों की तरफ से आवेदनों को अप्रूव करने की अंतिम तिथि 18 सितंबर तय की गई है। इस प्रक्रिया में मेनुअल रिपोर्ट को स्वीकार नहीं की जाएगी।
जालंधर, जेएनएन। विद्यार्थियों को शिक्षा का अधिकार दिलाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से स्कालरशिप स्कीमें चलाई जा रही हैं। ताकि आर्थिक तंगी की वजह से वे शिक्षा से वंचित न रहें। शिक्षण संस्थान पांच महीने से बंद है। इस बीच शिक्षा विभाग की तरफ से 2020-21 सेशन के लिए विभिन्न स्कीमों के लिए ई-पंजाब पोर्टल पर अप्लाई करने संबंधी शेड्यूल जारी कर दिया है।
इन स्कॉलरशिप स्कीमों में प्री-मेट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम फार एससी स्टूडेंट्स, जो नौवीं से दसवीं की पढ़ाई कर रहे हों, प्री मेट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम फॉर ओबीसी के पहली से दसवीं के छात्र, अपग्रेडेशन ऑफ मैरिट एससी स्टूडेंट्स नौवीं से 12वीं, डॉ. हरगोबिंद खुराना स्कॉलरशिप ऑर ब्रिलियंट स्टूडेंट शामिल हैं। इनमें आवेदन करने के लिए पोर्टल एक दिन पहले खुल चुका हैं और 15 सितंबर तक लाभ लेने के लिए अप्लाई किया जा सकता है। अंतिम तिथि के बाद आवेदन करने वालों को स्कॉलरशिप का लाभ नहीं मिलेगा।
स्कूलों की तरफ से आवेदनों को अप्रूव करने की अंतिम तिथि 18 सितंबर तय की गई है। सारा डाटा ऑनलाइन अप्रूव करने के बाद जिला दफ्तर में भेजा जाएगा। आवेदनों को सही करने और रिजेक्शन के लिए भी 18 सितंबर ही अंतिम तिथि है। जिला स्तर पर अप्रूव करने के बाद स्टेट में डाटा भेजने के लिए 15 सितंबर से 30 सितंबर तक का समय दिया गया है।
कोई भी मैनुअल रिपोर्ट नहीं की जाएगी स्वीकार
डायरेक्टोरेट की तरफ से जिला शिक्षा अधिकारियों, स्कूल प्रिंसिपल और स्कूल मुखियों के नाम आदेश निकाल कर साफ कर दिया है कि इस संबंध में कोई भी रिपोर्ट मेनुअल तौर पर न भेजी जाए। क्योंकि मेनुअल रिपोर्ट को स्वीकार नहीं की जाएगी। तय तिथियों तक ही किसी स्कूल और विद्यार्थियों की तरफ से आवेदन नहीं करवाया गया, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी जिले के वजीफा नोडल अफसर की होगी।