जालंधर में रेमडेसिविर की डिमांड 547.. और मिले 57 टीके, लोग टीका लेने अन्य जिलों में जा रहे
जालंधर में रेमडेसिवीर टीके को लेकर वीरवार को भी किल्लत का आलम बरकरार रहा। शहर के अस्पताल विभाग के पोर्टल पर डिमांड भेजते रहे लेकिन उनको सप्लाई नहीं मिली। मामले को लेकर विभाग की टीम ने सूचना डिप्टी कमिश्नर को दे दी है।
जालंधर, जेएनएन। कोरोना मरीजों के इलाज के लिए संजीवनी साबित होने वाले रेमडेसिवीर टीके को लेकर वीरवार को भी किल्लत का आलम बरकरार रहा। शहर के अस्पताल विभाग के पोर्टल पर डिमांड भेजते रहे लेकिन उनको सप्लाई नहीं मिली। मामले को लेकर विभाग की टीम ने सूचना डिप्टी कमिश्नर को दे दी है। तीन दिन से शहर के अस्पतालों को नाममात्र टीके मिल रहे है।
शहर के विभिन्न अस्पतालों की मांग के अनुसार 547 टीकों की डिमांड राज्य सरकार को भेजी गई लेकिन सिर्फ 57 टीके ही पहुंचे। इन टीकों को 33 अस्पतालों में बांट दिया। अस्पतालों को डिमांड के अनुसार टीके न मिलने से डाक्टरों व मरीजों में अफरा-तफरी का माहौल रहा। मरीजों के परिजन पर्चियां लेकर दिलकुशा मार्केट के अलावा लुधियाना की पिंडी स्ट्रीट में भी पहुंच गए परंतु निराशा हाथ लगी।
आप बीती : तीन दिन से पूरा परिवार भटक रहा है
मरीज के परिजन राहुल का कहना है कि उनका मरीज नकोदर रोड स्थित निजी अस्पताल में दाखिल है। वह और उनके परिवर के सदस्य तीन दिन से टीका लेने के लिए जगह जगह भटक रहे है। परिवार का एक सदस्य ड्रग विभाग के चक्कर लगा रहा है। वह लुधियाना भी गए टीके को लेकर ज्यादा रेट देने के लिए भी तैयार परंतु उन्हें टीका नही मिला है। सभी आश्वासन दे रहे है परंतु टीके कहीं से नही मिले। डाक्टरों का कहना है कि नोडल अफसर का फोन बंद आता है और बात नहीं हो पाती है।
शुक्रवार के लिए 867 टीकों की डिमांड आई...कितने मिलेंगे?
जिला प्रशासन की ओर से गठित टीम के प्रभारी नायब तहसीलदार विजय विजय कुमार ने बताया कि डिमांड ज्यादा आ रही है और सप्लाई काफी कम मिलने से लोगों में रोष है। 547 टीकों की डिमांड के मुकाबले 57 टीके मिले। शुक्रवार के लिए 867 टीकों की डिमांड आई है जो राज्य सरकार को भेजी है।
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