डीएवी यूनिवर्सिटी में हुई पुराने छात्रों की ऑनलाइन एलुमनी मीट, एक-दूसरे से शेयर किए सफलता के मंत्र
डीएवी यूनिवर्सिटी में वर्चुअल एलुमिनी मीट के दूसरे चरण में वर्ष 2017 और 2020 के बीच पास आउट हुए छात्र एक-दूसरे से जुड़े। इसमें केमिकल इंजीनियरिंग फिजिक्स कंप्यूटर साइंस सीएसए विभाग और कंप्यूटर विज्ञान के लगभग 200 छात्रों ने हिस्सा लिया।
जालंधर, जेएनएन। डीएवी विश्वविद्यालय में वर्चुअल एलुमिनी मीट के दूसरे चरण में वर्ष 2017 और 2020 के बीच पास आउट हुए छात्र एक-दूसरे से जुड़े। इसमें केमिकल इंजीनियरिंग, फिजिक्स, कंप्यूटर साइंस, सीएसए विभाग और कंप्यूटर विज्ञान के लगभग 200 छात्रों ने बहुत उत्साह के साथ भाग लिया। वाइस चांसलर आफिसिएटिंग डॉ. जसबीर ऋषि ने उद्घाटन भाषण में पूर्व छात्रों की जबरदस्त प्रतिक्रिया पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्व छात्रों की उपलब्धियों पर गर्व है। यह वर्चुअल एलुमनी मीट छात्रों के लिए एक मंच के रूप में काम करेगी ताकि वे विश्वविद्यालय के जीवन को फिर से जी सकें।
मीट के दौरान पूर्व छात्रों ने अपने अनुभव साझा किए और बताया कि कैसे डीएवी विश्वविद्यालय ने उनके सफल जीवन की नींव रखी है। पूर्व छात्रों ने वर्तमान बैच के छात्रों के साथ भी बातचीत की। डा. विद्या पांडे ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों और अधिकारियों को उनके निरंतर समर्थन और इस आयोजन को एक शानदार सफलता बनाने के लिए आभार व्यक्त किया।
फिजिक्स विभाग के प्रमुख डॉ. केशव वालिया ने पूर्व छात्रों के साथ विभाग की उपलब्धियों को साझा किया। उन्होंने आर्टिफिशियल मशीन लर्निंग, इंटरनेशनल बिजनेस एंड रोबोटिक्स और पीएचडी कार्यक्रमों जैसे नए डिजाइन किए गए पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों के माध्यम से पूर्व छात्रों को उनकी योग्यता बढ़ाने में सुविधा प्रदान करने के नए अवसरों पर भी चर्चा की। डॉ. स्मृति खोसला, एसोसिएट प्रोफेसर, भौतिकी विभाग ने सभी का धन्यवाद किया।
उधर, डीएवी विश्वविद्यालय में कंप्यूटर विज्ञान और अनुप्रयोग विभाग और कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग ने संयुक्त रूप से वर्चुअल एलुमनी मीट का आयोजन किया। इसमें दुनिया भर से लगभग 150 पूर्व छात्रों ने भाग लिया। बैठक के दौरान डीएवी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार आफिसिएटिंग डॉ. केएन कौल और डीन अकादमिक (कार्यवाहक) डॉ. आरके सेठ, सीएसए विभाग प्रमुख डॉ. हितेश्वरी सबरोल ने अपने विचार रखे। इस दौरान वीडियो के माध्यम से यादें साझा की गईं और इसके बाद पूर्व छात्रों ने अपने साथियों और संकाय सदस्यों के साथ बातचीत की। रजिस्ट्रार आफिसिएटिंग डॉ. केएन कौल ने छात्रों के साथ बातचीत की। उन्होंने कहा कि यह पुनर्मिलन एक अवसर के रूप में कार्य करेगा क्योंकि छात्र पूर्व छात्रों के अनुभवों से बहुत कुछ सीखेंगे। उन्होंने आगे कहा कि एलुमनी मीट एक ऐसा मंच है जहां छात्र अपने संपर्कों को पुनर्जीवित कर सकते हैं।