जालंधर में 6 दिन रहा कोविशिल्ड वैक्सीन का सूखा, शनिवार को रिकार्ड 62,300 डोज की बरसात; 207 सेंटरों पर दिनभर रही भीड़
सेहत विभाग के पास शनिवार को 65 हजार डोज पहुंचने के बाद जिले में रिकार्ड तोड़ 62300 लोगों को वैक्सीन लगी । इनमें 18 साल से अधिक आयु वर्ग के पहली और दूसरी डोज लगवाने वाले शामिल हैं।
जालंधर, जागरण संवाददाता। पिछले छह दिन से कोविशिल्ड वैक्सीन का स्टाक न होने से लोग खासे निराश थे। शनिवार को सेहत विभाग के पास 65 हजार डोज पहुंचने के बाद जिले में रिकार्ड तोड़ 62,300 लोगों को वैक्सीन लगी। इनमें 18 साल से अधिक आयु वर्ग के पहली और दूसरी डोज लगवाने वाले शामिल हैं। लोगों में डोज को लेकर उत्साह का पता इस बात से चलता है कि लोग धूप में खड़े घंटों अपनी बारी का इंतजार करते रहे और सभी 207 सेंटरों पर किसी को भी निराश होकर लौटना नहीं पड़ा। इससे पहले एक दिन में 22 हजार डोज लगाई गई थी।
वहीं, सेहत विभाग की टीमें सुबह पांच बजे से ही वैक्सीन सेंटरों में पहुंचाने के लिए जुट गई थीं। सुबह के समय वैक्सीन की मांग ज्यादा और सप्लाई कम होने पर कुछ सेंटरों ने रोष भी जताया। सेहत विभाग ने मौके की नजाकत को देखते हुए कोविशिल्ड की 20 हजार डोज शनिवार दोपहर तक सभी सैैंटरों में भेज हालात कों संभाल लिया। देर शाम तक सेहत विभाग के सेंटरों से 2700 के करीब डोज भी वापिस आई। सेहत विभाग के स्टोर में 21 हजार के करीब डोज पड़ी है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डा. राकेश चोपड़ा ने बताया कि जिले में 8.16 लाख लोगों को वैक्सीन लगा कर राज्य में तीसरे पायदान पर पहुंच चुका है। जिले में 18 साल साल से अधिक आयु वर्ग के 44.67 फीसद को ही डोज दी चुकी है। सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह ने कहा कि विभाग के आदेशानुसार अब ज्यादातर सेंटर सरकारी अस्पतालों से बाहर बनाए गए हैं।
इसी बीच जिले में रिकार्ड 62,300 लोगों को एक ही दिन में डोज देने में सफल होने पर डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी ने सामाजिक और धार्मिक संस्थानों के प्रयत्नों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि संक्रमण की रोकथाम के लिए टीकाकरण समय की आवश्यकता है। उन्होनें कहा कि अलग -अलग स्थानों पर लगभग 750 लोगों का स्टाफ तैनात किया गया था। उन्होनें कहा कि लोगों के सहयोग से ही हम कोविड -19 महामारी की संभावित तीसरी लहर के साथ प्रभावशाली ढंग से निपट सकते हैैं।
------
30 गांव में हो चुका है सौ फीसदी टीकाकरण
जालंधर: सिविल सर्जन डा. बलवंत सिंह का कहना है कि जिला प्रशासन ने 50 गांवों का चयन किया है जहां लोगों को संपूर्ण रूप से वैक्सीन करने का लक्ष्य रखा है। इनमें से 30 गांवों में 100 फीसदी टीकाकरण किया गया। शनिवार को भी देहात इलाके में 23 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई गई।
--------
इंडस्ट्री व स्वयंसेवी संस्थाओं की अहम भूमिका
जिले को कोरोना मुक्त करने के लिए स्वयंसेवी संगठन व इंडस्ट्री भी अहम भूमिका अदा कर रही है। जिले में पिछले करीब साढ़े तीन माह में करीब डेढ़ लाख लोगों को स्वयंसेवी संगठनों, इंडस्ट्री तथा मोहल्ला सोसायटियों की ओर से लगाए गए कैंप में कोरोना वैक्सीन की डोज लग चुकी है।
----------
-जिले की कुल आबादी : 2193590 के करीब
- 18 साल से ऊपर की आबादी : 15,35,513
-अभी तक हुआ टीकाकरण : 8,16000
पहली डोज 6,86,000
दूसरी डोज 1,30, 000
- जिन्हें अभी टीकाकरण होना है : 7,19,513
-आबादी का प्रतिशत 44.67
राज्य में रैंक तीसरा
टीकाकरण के लिए फिलहाल 274 सेंटरों में 207 में वैक्सीन लगी । इनमें 80 मोबाइल टीमें भी शामिल। मेगा टीकाकरण अभियान में 750 स्टाफ के सदस्य शामिल थे।
--------
शनिवार को जिले में लगी वैक्सीन - 62300
सबसे ज्यादा वैक्सीन लगी राधा स्वामी सत्संग घर जेल रोड में - 3700
सबसे कम लगी निजी इंडस्ट्री लेदर कांपलेक्स - 100
सेहत विभाग के पास स्टाक कोविशिल्ड करीब - 21 हजार
-------
कब-कब वैक्सीन लगाने के चरण शुरू हुए
पहला चरण हेल्थ केयर वर्कर 16 जनवरी 2021
दूसरा चरण फ्रंट लाइन वर्कर 03 फरवरी 2021
तीसरा चरण : 45-59 साल आयु वर्ग सह बीमारियों वाले तथा 60 साल से अधिक आयु वर्ग 02 मार्च 2021
तीसरा चरण-ए 45-60 साल आयु वर्ग
01 अप्रैल 2021
तीसरा चरण-बी 18 साल से अधिक आयु वर्ग वालों को केंद्र सरकार की ओर से वेक्सीन लगाने की शुरूआत
21 जून 2021
---------
लोगों में उत्साह के साथ-साथ परेशानियां भी झेलनी पड़ीं
कोरोना वेक्सीन लगाने के लिए सेंटरों पर लोगों की भीड़ लगी रही। ज्यादातर सेंटरों में नेटवर्क की समस्या के चलते सर्वर की गति धीमी रही और एक व्यक्ति को टीकाकरण करने की प्रकिया में आठ से दस मिनट का समय लगा। सेंटरों के बाहर लंबी लाइनें लगी रहीं। गर्मी में लोग खड़े रहे और वेक्सीन लगवा वापिस लौटे। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में धूप से बचाव व्यवस्था नहीं थी और न ही पीने के पानी का इंतजाम किया गया था। सिविल अस्पताल के नर्सिंग स्कूल में बने सेंटर में अव्यवस्था का आलम रहा।
-------
मेगा टीकाकरण अभियान का पता चला तो सुबह नौ बजे ही सिविल अस्पताल में वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए पहुंच गए थे। यहां वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी व्यवस्था नही की गई थी। टीका लगवाने के बाद ही घर लौटे।
कुलवंत कौर (60) मखदूमपुरा
------
छह दिन तक वैक्सीन न होने से लोगों में काफी निराशा थी। शनिवार को भीड़ की वजह से परेशानी झेलनी पड़ी। विभाग को कम से कम पीने वाले पानी की व्यवस्था करनी चाहिए।
नीलम (62) शहीद बाबू लाभ सिंह नगर
------
नेटवर्किंग समस्या की वजह से कामकाज की गति काफी धीमी रही। विभाग के बुजुर्गों के लिए वैक्सीन की अलग व्यवस्था करनी चाहिए।
मनोहर लाल (72) गुलाब देवी रोड