Jalandhar Coronavirus Update: जालंधर में कोरोना वायरस के 235 नए मामले, छह मरीजों की मौत
Jalandhar Coronavirus Update जिले में कोरोना वायरस तेजी से अपने पांव पसारता जा रहा है। रिपोर्ट में पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला को भी कोरोना हो गया।
जालंधर, जेएनएन। Jalandhar Coronavirus Update: जिले में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 230 नए मामले सामने आए हैं। छह और मरीजों की मौत भी दर्ज की गई है। ताजा मामलों के साथ जालंदर में मरीजों की संख्या 7606 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मरने वालों में न्यू मॉडल हाउस निवासी 78 साल का व्यक्ति, न्यू दशमेश नगर के 73 वर्षीय रूपलाल, मोहल्ला गोविंदगढ़ का 71 साल का पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा अर्बन एस्टेट, मोहल्ला नंबर 1 जालंधर कैंट व जालंधर हाइट्स में भी एक-एक मौत हुई है।
इससे पहले शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला सहित 206 लोग पॉजिटिव पाए गए थे। सेहत विभाग के अनुसार शुक्रवार को नकोदर की रहने वाली 64 साल की महिला ने सिविल अस्पताल में दम तोड़ दिया। उन्हें शुगर की बीमारी भी थी। लोहियां खास निवासी 52 साल के के व्यक्ति की शुगर व हाइपरटेंशन के साथ तबीयत बिगडऩे के बाद निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उनकी मौत हो गई। हाउसिंग बोर्ड कालोनी निवासी 63 साल की महिला को दौरे पडऩे के बाद सेना के अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां कोरोना पॉजिटिव आने के कारण उनकी मौत हो गई।
जालंधर फगवाड़ा हाईवे पर स्थित बेस्ट प्राइज के 15 व टोयोटा कंपनी के सात मुलाजिमों व पत्रकार अश्विनी खुराना को कोरोना होने का मामला सामने आया। डॉ. दिनेश दादा के बच्चे, मनरेगा के दो मुलाजिम, सेंट जोसेफ स्कूल के स्टाफ की सदस्य, डीएवी फार्मेसी का मुलाजिम तथा पुलिस थाना छह का पुलिस मुलाजिम भी कोरोना के मरीजों की सूची में शामिल हैं।
इसके अलावा सेना अस्पताल, अर्बन एस्टेट व मोता सिंह नगर से चार-चार, नकोदर से छह, जीटीबी नगर से छह, जालंधर छावनी व शाहकोट से पांच-पांच, सूर्या एन्क्लेव व शाहकोट से पांच-पांच लोगों को कोरोना होने की बात सामने आई।
सिविल अस्पताल में स्टाफ की लापरवाही से मरीज परेशान
सिविल अस्पताल में कोरोना के मरीजों के इलाज को लेकर लापरवाही के मामले थम नही रहे हैं। सिविल अस्पताल से इलाज करवाकर लौटे मरीजों व उनके परिजनों ने सिविल अस्पताल में कोरोना के मरीजों के इलाज को लेकर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाए कि कोरोना के मरीजों के इलाज की डोर जूनियर डॉक्टरों को सौंपी है और दिन में एक दो बार ही मरीज की सुधबुध लेने पहुंचते हैं।
सिविल अस्पताल के कार्यकारी एमएस डॉ. चन्नजीव सिंह का कहना है कि वार्ड में पूरा अनुशासन रखा जा रहा है। सीनियर डॉक्टर दिन में दो बार राउंड करने जा रहे हैं। विभाग की ओर से रूरल मेडिकल अफसरों की वार्ड में ड्यूटियां लगाई गई हैं जो मरीजों की देखभाल कर रहे हैं।