जालंधर कमजोर पड़ने लगी कोरोना की दूसरी लहरः मरीजों का आंकड़ा कम हुआ, रिकवर होने वालों की संख्या बढ़ी
Jalandhar Coronavirus Second Wave मिनी लाकडाउन में सख्ती और लोगों की जागरूकता का असर दिखने लगा है। कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने लगी है। पिछले छह दिन से रोजाना आने वाले मरीजों का आंकड़ा पांच सौ से नीचे आ रहा है।
जालंधर, जेएनएन। एक मई से लागू हुए मिनी लाकडाउन में सख्ती और लोगों की जागरूकता का असर दिखने लगा है। कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने लगी है। पिछले छह दिन से रोजाना आने वाले मरीजों का आंकड़ा पांच सौ से नीचे आ रहा है। मई में यह पहला मौका है जब मरीजों के संक्रमित होने का आंकड़ा नीचे और रिकवर होने वालों का तेजी से बढ़ा है। कुछ दिन और ऐसी ही जागरूकता दिखाई तो कोरोना की दूसरी लहर व कोरोना के डर से मुक्ति मिल जाएगी।
इस साल नौ फरवरी को देश में कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत मानी जाती है। हालांकि पंजाब व जालंधर में कोरोना के मरीजों की संख्या मार्च से बढऩे लगी लेकिन दो माह में ही संक्रमण की दर ने सारे रिकार्ड तोड़ दिया। एक दिन में सबसे अधिक मरीज 901 भी इसी लहर में सामने आए। मई के शुरुआती दिनों में इसका खतरनाक रूप सामने आया। औसतन 700 से अधिक मरीज रोज आ रहे थे लेकिन तीसरे हफ्ते तक केसों में आई गिरावट जालंधर के लिए राहत की खबर लाई।
सेहत विभाग के नोडल अफसर डा. टीपी सिंह ने बताया कि लोगों की तरफ से बरती जा रही सावधानियों के कारण कोरोना शांत होने लगा है। सेहत विभाग ने सैंपलिंग भी बढ़ा दी ,उसके बावजूद कम केस आ रहे हैं। यह लोगों के लिए राहत की खबर है। सोमवार को 8539 लोगों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए।
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दूसरी लहर में ऐसे बढ़ते गए कोरोना के संक्रमित मरीज
9 फरवरी 09
24 फरवरी 67
11 मार्च 191
26 मार्च 494
10 अप्रैल 407
25 अप्रैल 648
10 मई 669
24 मई 334
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पिछले दस दिन में ग्राफ ऐसे आया नीचे
मई मरीज
15 573
16 673
17 586
18 663
19 661
20 382
21 496
22 421
23 459
24 334
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रिकवर होने वालों का ग्राफ ऐसे बढ़ा
मई मरीज
15 703
16 658
17 650
18 697
19 592
20 576
21 788
22 557
23 574
24 513
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सोमवार को आए 334 मरीज, इस महीने सबसे कम
सोमवार को तीन हेल्थ वर्करों सहित 334 कोरोना के मरीज सामने आए। इस महीने में एक दिन में संक्रमित मरीजों की यह सबसे कम संख्या है। 25 साल के युवक सहित 8 लोगों ने दम तोड़ दिया। इनमें दो देहात की मौतें शामिल हैं। 513 मरीज स्वस्थ भी हुए।