कांग्रेस नेता मेजर सिंह पहुंचे कोर्ट, आरटीआइ एक्टिविस्ट पर हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट लगाने की मांग
जालंधर में आरटीआइ एक्टिविस्ट सिमरनजीत के पंजाब मानवाधिकार आयोग में शिकायत करने के बाद कांग्रेस नेता मेजर सिंह ने पुलिस कमिश्नर को मांगपत्र सौंपकर सिमरनजीत सिंह सिंह पर हत्या के प्रयास की धारा और आर्म्स एक्ट लगाने की मांग की है।
जालंधर, जेएनएन। आरटीआइ डाल कर ब्लैकमेलिंग करने के आरोप को लेकर उलझे पंजाब खादी बोर्ड के डायरेक्टर और कांग्रेस नेता मेजर सिंह और आरटीआइ एक्टिविस्ट सिमरनजीत सिंह के मामले में नया मोड़ आ गया है। सिमरनजीत के पंजाब मानवाधिकार आयोग में शिकायत करने के बाद कांग्रेस नेता मेजर सिंह ने पुलिस कमिश्नर को मांगपत्र सौंपकर सिमरनजीत सिंह सिंह पर हत्या के प्रयास की धारा और आर्म्स एक्ट लगाने की मांग की है। उन्होंने दावा किया कि सिमरजीत के एक साथी ने उन पर पिस्तौल तानी थी। इससे यह पता चलता है कि उन्हें जान से मारने का प्रयास किया गया था।
उन्होंने पुलिस कमिश्नर से मांग की है कि सिमरजीत सिंह के अज्ञात साथी की पहचान करवा उसे भी गिरफ्तार किया जाए और सिमरनजीत सिंह के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि उनको उनकी जान का खतरा है, इसलिए दोनों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। मेजर सिंह ने इस मामले में अदालत में याचिका लगाई है। दूसरी ओर, आरटीआइ एक्टिविस्ट सिमरनजीत ने मामले में एक शिकायत पंजाब मानवाधिकार आयोग को दी है। आयोग ने इस पर पुलिस कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है।
यह था मामला
बता दें कि गत बुधवार को आरटीआइ डाल कर ब्लैकमेलिंग करने के आरोप को लेकर पंजाब खादी बोर्ड के डायरेक्टर मेजर सिंह और आरटीआइ एक्टिविस्ट सिमरनजीत सिंह आपस में उलझ गए थे। विवाद बढ़ने पर थाना बारादरी की पुलिस आरटीआइ एक्टिविस्ट को लेकर थाने पहुंच गई। बाद में मेजर सिंह भी थाने पहुंचे। पुलिस को दोनों पक्षों ने शिकायत दी। पंजा ब खादी बोर्ड के डायरेक्टर मेजर सिंह का आरोप था कि आरटीआइ एक्टिविस्ट सिमरनजीत ने उनकी और उनके जानकारों की प्रापर्टी को लेकर आरटीआइ डाली है। उनका आरोप था कि वह उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है। इसी को लेकर उन्हें पुडा दफ्तर के पीछे बुलाया गया था। वह ट्रैप के तहत एक लाख रुपये लेकर आए थे।
उनका आरोप था कि इस दौरान सिमरनजीत ने एक लाख रुपये ले लिए और कहने लगा कि वो तो हर साइट के हिसाब से पैसे लेता है। इसके बाद विवाद बढ़ गया। मेजर सिंह ने आरोप लगाया था कि सिमरजीत के साथी ने तेजधार हथियार निकालकर हमला करने की कोशिश की। इतने में पुलिस भी पहुंच गई। मौका पाकर सिमरनजीत का साथी मौके से भाग गया, जबकि सिमरनजीत को उन्होंने पकड़ लिया।