Jagran Impact: जालंधर कैंटोनमेंट बोर्ड ने आवारा घूम रहे पशुओं को पकड़ कर निगम की गाेशाला भेजा
Jagran Impact सीईओ ज्योति कुमार के कुशल नेतृत्व में यह फैसला लिया गया है कि जिन पशुओं को कोई सीमित अवधि के भीतर छुड़ाने नही आएगा उन पशुओं को जालंधर नगर निगम की गाेशाला में भेज दिया जाएगा।
जालंधर कैंट, जेएनएन। कैंटोनमेंट बोर्ड की ओर से आवारा पशुओं पर कार्रवाई करते हुए कल छह आवारा पशुओं को पकड़ कर नगर निगम की गऊशाला में भेजा गया। जानकारी देते हुए कैंटबोर्ड के अधिकारी एसके यादव ने बताया कि पहले हम जो पशुओं को पशुओं को पकड़ते थे वह हमारी गऊशाला से लोग जुर्माना भर कर या चुरा कर ले जाते थे।
अब सीईओ ज्योति कुमार के कुशल नेतृत्व में यह फैसला लिया गया है कि जिन पशुओं को कोई सीमित अवधि के भीतर छुड़ाने नही आएगा उन पशुओं को जालंधर नगर निगम की गाऊशाला में भेज दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह कदम कैंट इलाके को भौतिक रूप से नो कैटल जोन बनाने में काफी कारगर साबित होगा।
कैंट लंबे समय से नो कैंटल जोन घोषित
गौरतलब है कि कैंट को लंबे समय से नो कैंटल जोन घोषित किया गया था, लेकिन उसके बावजूद भी कैंट में अभी भी डेयरियां चल रही है और आवारा पशु घूमते देखे जा सकते है। दैनिक जागरण में 15 फरवरी को छपी खबर का असर छावनी प्रशासन पर हुआ साफ दिख रहा है।