चोरों ने उड़ाई जीवन भर की कमाई... जालंधर के Chartered Accountant ने सीएम कैप्टन को ट्वीट कर मांगा इंसाफ
जालंधर के सीए अनिल सिक्का करीब 6 महीने पहले परिवार के साथ शहर से बाहर गए थे। अगले दिन लौटे तो कमरों के ताले टूटे मिले। चोर घर से करीब 50 लाख रुपये के गहने चोरी कर ले गए थे।
जालंधर, जेएनएन। शहर में पचास लाख रुपये से ज्यादा के गहने चोरी की घटना ने जालंधर पुलिस पर की कार्यशाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। पुलिस अब तक चोरों का सुराग नहीं लगा पाई है। सीए अनिल सिक्का ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, डीजीपी दिनकर गुप्ता और पंजाब के चीफ सेक्रेटरी को ट्वीट करके इंसाफ की गुहार लगाई है।
फुटबाल चौक के पास पॉश कालोनी विजय नगर में रहने वाले अनिल ने बताया की करीब 6 महीने पहले वे एक दिन के लिए अपने परिवार के साथ शहर से बाहर गए थे। अगले दिन जब वह घर पहुंचे तो हैरान रह गए। कमरों के ताले टूटे हुए थे। चोर अलमारियां तोड़ कर लॉकर में पड़े करीब 50 लाख रुपये के गहने चोरी कर ले गए थे। उस वक्त उन्होंने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी थी। अनिल सिक्का का आरोप है कि थाना नंबर 4 और सीआईए स्टाफ की टीम ने एक-दो दिन तो जांच की लेकिन उसके बाद कोई ध्यान नहीं दिया गया। कोरोना वायरस संकट की आढ़ में जांच अधिकारी मौके तक नहीं पहुंचे।
सीसीटीवी में दिखा संदिग्ध, घर में मिली एक्टिवा की चाबी
अनिल सिक्का ने बताया कि उन्होंने कालोनी के कई घरों की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दी थी। उनके घर से एक्टिवा की एक चाबी भी मिली थी। फुटेज में चोरी की रात एक संदिग्ध कैद हुआ था। उन्होंने कहा कि उनके घर कोई एक्टिवा नहीं थी, चाबी चोर की हो सकती है, इस बार में भी पुलिस को बताया था लेकिन इसकी जांच में दिलचस्पी नहीं दिखाई गई। जबकि उन्होंने खुद एक्टिवा शोरूम से वाहनों की लिस्ट निकलवा कर पुलिस को दी थी। सिक्का ने बताया कि उन्होने कुछ संदिग्धों के नाम पुलिस को बताए हैं। बावजूद इसके पुलिस गंभीर नहीं है। इसीलिए चोरी की इतनी बड़ी वारदात 6 महीने बाद भी अनट्रेस है।
पुलिस कमिश्नर से मिले, नतीजा शून्य
सिक्का ने बताया कि वे कई बार पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर से मिल चुके हैं। उनके निर्देश के बाद भी पुलिस अधिकारियों ने जांच आगे नहीं बढ़ाई। उन्होंने आंखों में आसुओं के साथ कहा कि चोर एक ही रात में उनके जीवन की सारी पूंजी उड़ा ले गए लेकिन जालंधर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है।