रिश्ते शर्मसारः सगा भाई ही पांच साल से नाबालिग बहन के साथ करता रहा दुष्कर्म
एनजीओ संचालक सिमरन कौर ने बताया कि लड़की से जब उनकी बातचीत हुई तो वह फूट-फूट कर रोने लगी। बच्ची ने कहा कि वह 11 साल की थी तो उसके आरोपित भाई ने यह सिलसिला शुरू किया।
जालंधर, जेएनएन। थाना सदर के अधीन एक गांव में एक युवक ने सभी सामाजिक मर्यादाएं तोड़कर रिश्ते तार-तार कर दिए। दरिंदा अपनी ही छोटी बहन के साथ करीब पांच साल तक दुष्कर्म करता रहा। आरोपित भाई पिछले दो साल से मलेशिया में रह रहा था लेकिन जब उसके गांव लौटने के बारे में पीड़िता को पता चला तो उसने एक एनजीओ को आपबीती बताई। इसके बाद पुलिस ने आरोपित भाई के खिलाफ आइपीसी की धारा 376 और 506 सहित पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। लड़की को चाइल्ड होम भेज दिया गया है।
मैं आ रिहा हां जे तूं किसी नूं दस्सेया तां तेरा गला दबा देवांगा
एनजीओ संचालक सिमरन कौर ने बताया कि बच्ची से जब उनकी बातचीत हुई तो बच्ची फूट-फूट कर रोने लगी। बच्ची ने कहा कि उसका भाई उसके साथ गलत काम करता है। वह 11 साल की थी तो उसके आरोपित भाई ने यह सिलसिला शुरू किया। इसके बाद करीब पांच साल तक रोज वह अपने जालिम भाई की हवस का शिकार बनती रही। इस बारे में जब मैं अपने माता-पिता को बताने की कोशिश भी करती तो आरोपित उसे जान से मारने की धमकी देने लग जाता। करीब दो साल पहले वह मलेशिया चला गया था। कुछ दिन पहले जब उसे पता चला कि वह वापस आ रहा है तो वह डर गई। लड़की ने उन्हें बताया कि उसके आरोपित भाई ने उसे फोन पर कहा कि मैं आ रिहा हां जे तूं किसी नूं दस्सेया तां तेरा गला दबा देवांगा।
36 घंटे बाद हुई कार्रवाई, दिनभर थाने में रखा और रात को ताया के घर भेज दी पीड़िता
बचपन बचाओ एनजीओ की कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बच्ची के साथ उस व्यक्ति ने दुष्कर्म किया जिस पर उसकी हिफाजत करने की जिम्मेदारी थी। इसके बावजूद पुलिस ने मामले में कोताही बरतते हुए पहले तो नियम कायदों की धज्जियां उड़ाते हुए बच्ची को पुलिस वर्दी में ही घर से बाइक पर बिठा थाने लाई। इसके बाद आरोपित के खिलाफ तुरंत केस दर्ज करने की बजाय दिन भर थाने में बिठाए रखा और रात को ताया के घर भेज दिया। अगले दिन जब वे थाने गए तो पुलिस ने करीब 36 घंटे बाद आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की। उन्होंने कहा कि यही नहीं पुलिस ने बच्ची की गोपनीयता भी नहीं रखी।
एसएचओ ने झाड़ा पल्ला
पुलिस पर लगे आरोपों पर थाना सदर के एसएचओ कमलजीत सिंह ने कहा कि इस संबंध में जांच की जाएगी कि उक्त मामले को शुरुआती स्तर पर हैंडल करने में कहां चूक हुई और किससे हुई। हालांकि वह यह बयान देते हुए भूल गए कि वह खुद एसएचओ हैं और यह उनकी जिम्मेदारी बनती है कि इस मामले को किस तरह से हैंडल किया जाना चाहिए था। आरोपित की गिरफ्तारी पर थाना प्रभारी ने कहा कि वह अभी मलेशिया में है और जल्द ही गांव लौटने वाला है। आते ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
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