Jalandhar Teaches Protests: बेरोजगार अध्यापकों का धरना जारी, सीएम के साथ कल की मीटिंग में फैसले का इंतजार
अध्यापकों को मंगलवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से करवाई जाने वाली मीटिंग का इंतजार है। इसी के परिणाम पर उनके भविष्य या फिर संघर्ष की कड़ी जुड़ी हुई है। इसी आधार पर तय होगा कि बस स्टैंड से प्रदर्शन हटेगा या फिर तेज होगा।
जागरण संवाददाता, जालंधर। बीएड टेट पास अध्यापक यूनियन को जनरल बस अड्डा पानी की टंकी के पास प्रदर्शन करते 19वां दिन हो गया है। अब केवल अध्यापकों को मंगलवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से करवाई जाने वाली मीटिंग का इंतजार है। इसी के परिणाम पर उनके भविष्य या फिर संघर्ष की कड़ी जुड़ी हुई है। इसी आधार पर तय होगा कि बस स्टैंड से प्रदर्शन हटेगा या फिर अध्यापक संघर्ष की राह पर पहले से ज्यादा तेजी के साथ जुड़ेंगे।
बता दें कि शुक्रवार को अध्यापकों ने तीसरी बार शिक्षा मंत्री परगट सिंह की कोठी का घेराव किया था, तब शिक्षा मंत्री ने मंगलवार को मुख्यमंत्री से चंडीगढ़ में मीटिंग कराने का आश्वासन देकर सभी को शांत किया था। इसके बाद ही सभी देर रात मंत्री की कोठी के बाहर से प्रदर्शन हटाकर वापस बस स्टैंड पानी के टंकी के आगे पहुंचे थे।
शिक्षकों ने मनाई थी काली दीवाली
इससे पहले अध्यापकों ने दीपावली के दिन शिक्षा मंत्री की कोठी घेर कर काली दीवाली मनाई थी, तब भी शिक्षा मंत्री ने उनकी मांगों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था, मगर एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई न करने के कारण दोबारा अध्यापकों ने प्रदर्शन किया था। बता दें कि अध्यापकों के प्रदर्शन के दौरान दूसरी बार पुलिस के साथ झड़प हुई थी, क्योंकि इससे पहले उनकी तरफ से 28 अक्टूबर को प्रदर्शन के दौरान भी पुलिस के साथ झड़प हुई थी। इसके बावजूद अध्यापकों को हौंसले बुलंद है और वे सरकार के खिलाफ हर प्रकार की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार बैठे हैं। इस बार वे आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं।