जालंधर के बल्लों की Cricket World cup में धूम, खिलाड़ी की पसंद के हिसाब से तैयार होते हैं Bat
इंग्लैैंड में चल रहे World cup cricket में जालंधर के उत्पाद छाए हुए हैैं। World cup के लिए आई डिमांड को पूरा करने के लिए क्रिकेट के बैट व अन्य उत्पाद यहां बनाए जा रहे हैैं।
जालंधर [मनोज त्रिपाठी]। इंग्लैैंड में चल रहे World cup cricket में जालंधर के उत्पाद छाए हुए हैैं। पठानकोट रोड पर छह किलोमीटर आगे जाकर रायपुर में दस एकड़ में स्थापित Worldwide Cricket कंपनी में 400 से ज्यादा श्रमिक और स्टाफ दिन-रात काम कर रहे हैैं। World cup के लिए आई डिमांड को पूरा करने के लिए क्रिकेट के बैट व अन्य उत्पाद यहां बनाए जा रहे हैैं। इसी कंपनी में तैयार बैट व अन्य एसेसरीज को World cup में तवज्जो दी जा रही है। हर देश की टीम की जर्सी के रंग में 15, 20, 22 इंच के बैट और कई साइजों में एसेसरीज बनाकर कंपनी ने सप्लाई की है। खिलाड़ियों को यह उत्पाद खासे भा रहे हैं।
World cup के हर मैच में इस्तेमाल होने वाले स्टंप भी जालंधर में तैयार किए गए हैं। इन पर विभिन्न कंपनियों के लोगो लगाए गए हैं, लेकिन सबसे नीचे ग्रेनीकोल का लोगो है जो कंपनी का ब्रांड है। अच्छा बैट बनाने के लिए इंग्लिश विलो लकड़ी कंपनी इंग्लैंड से मंगवाती है। ए, बी, सी व डी ग्रेड के बैट इन लकड़ियों से बनाए जाते हैं। सबसे अच्छे बैट में 20 से 25 ग्रेन (लाइनें) होती हैं। इसी प्रकार दूसरे नंबर के बैट में 10 से 15, सी ग्रेट के बैट में 8 से 10 लाइनें तथा डी ग्रेड के बैट में चार से छह लाइनें होती हैं। इसके अलावा खिलाड़ी की पसंद के हिसाब से बैट के ब्लेड का शेप दिया जाता है।
जालंधर की कंपनी World cup में आधिकारिक तौर पर स्पांसर
जालंधर में करीब 1500 करोड़ का कारोबार करने वाली 127 छोटी व बड़ी कंपनियां हैैं जो क्रिकेट खेलने वाले ज्यादातर देशों में उत्पादों की सप्लाई करती हैं। इन्हीं में Worldwide Cricket कंपनी भी शामिल है। इंग्लैंड में हो रहे क्रिकेट के महाकुंभ में पहली बार इस कंपनी को आधिकारिक तौर पर World cup में स्पांसर बनाया गया है। कंपनी का मुख्य ऑफिस इंग्लैंड में है।
इंग्लैंड व आस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों में ग्रेनीकोल के बैट से खेलना शान की बात मानी जाती है। हालांकि भारतीय बाजार में यह ब्रांड खिलाड़ियोंं की पहुंच से दूर रहा है। 1992 में स्पोट्र्स एंड सर्जिकल कांप्लेक्स, जालंधर और फिर रायपुर में स्थापित कंपनी ने 26 साल में इंग्लैंड सहित कई देशों में अपनी पहचान बनाई है। क्रिकेट के उत्पादों में घरेलू बाजार से लेकर एक्सपोर्ट तक में जालंधर व मेरठ के बीच सालों से घमासान चलता आ रहा है।
भारतीय बाजार पर भी फोकस
World cup से पहले कंपनी ने भारतीय बाजार पर भी फोकस किया है। आइसीसी प्रतियोगिता में भी कंपनी को स्पांसर बनाया गया था। World cup के मद्देनजर जालंधर के क्रिकेट उद्योग को काफी उम्मीदें थीं। अन्य कंपनियों ने बैट व अन्य उत्पादों को मांग के हिसाब से बाजार में नए सिरे से उतारा है।
जालंधर व पंजाब का परचम पूरे विश्व में लहराया : अबरोल
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अरविंद अबरोल बताते हैं कि 1992 में कंपनी शुरू की थी, लेकिन तब ऐसा कोई इरादा नहीं था। चूंकि वह स्कूल से लेकर यूनिवर्सिटी, फिर पंजाब व काउंटी क्रिकेट भी खेले थे, इसलिए ख्याल आया कि खून में क्रिकेट है तो क्यों न इसी को अपना दूसरा पेशा बनाया जाए। फिर 2002 में विश्व प्रसिद्ध और इंग्लैंड की सबसे पुरानी क्रिकेट कंपनी Worldwide के साथ मिलकर नए सिरे से कंपनी स्थापित की। World cup में आधिकारिक स्पांसर बनने के बाद खुशी है कि जालंधर व पंजाब का परचम पूरे विश्व में लहराया है। डायरेक्टर मनीष अरोड़ा, ऋषभ अबरोल व निखिल अबरोल भी कहते हैैं कि पंजाब के लिए यह यह गर्व की बात है।
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