एपीजे स्कूल में मनाया संस्थापक दिवस, छात्रों ने किया 'तुझका चलना होगा' नाटक का मंचन
जालंधर के एपीजे स्कूल ने संस्थापक सेठ सत्यपाल की 102वीं वर्षगांठ सोमवार को मनाई। इस अवसर पर वाइस प्रिंसिपल वीके खन्ना ने सेठ सत्यपाल के जीवन विचारधारा और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। विद्यार्थियों ने लघु नाटिका के माध्यम से सेठ सत्यपाल के पद चिन्हों पर चलने की प्रेरणा दी।
जासं, जालंधर। एपीजे स्कूल महावीर मार्ग के संस्थापक सेठ सत्यपाल की 102वीं वर्षगांठ सोमवार को मनाई गई। इस अवसर पर प्रिंसिपल गिरीश कुमार ने शिक्षकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों के साथ मलिकर सेठ सत्यपाल की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद विद्यार्थियों ने गणेश वंदना प्रस्तुत की। विद्यालय के संगीत विभाग की राधिका और युविका ने श्री कृष्ण गोविंद हरे मुरारी भजन पर बेहतरीन प्रस्तुति देकर सभी को आकर्षित किया। वाइस प्रिंसिपल वीके खन्ना ने सेठ सत्यपाल के जीवन, विचारधारा और उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
विद्यालय के नाटक विभाग के विद्यार्थियों ने तुझको चलना होगा लघु नाटिका से सेठ सत्यपाल के पद चिन्हों पर चलकर अपने जीवन को गौरवशाली बनाने की प्रेरणा दी। समायरा और अराधित ने भजन अच्युतम केशवम और हे राम प्रस्तुत किए। प्रिंसिपल गिरीश कुमार ने विद्यालय की प्रेसिडेंट सुषमा पॉल बर्लिया का संदेश पढ़ कर सुनाया। उन्होंने कहा कि हम अपने सपनों को तभी साकार कर सकते हैं जब हम सतत् परिश्रम करें। उन्होंने कहा कि डा. सत्यपाल ने न केवल सपने देखे बल्कि उन्हें साकार करने के लिए कठिन परिश्रम भी किया। वह सही अर्थ में पुरुषोत्तम हैं।
एपीजे स्कूल महावीर मार्ग में नाटक मंचन करते हुए विद्यार्थी।
विद्यालय हर वर्ष उनका जन्म दिन 'संस्थापक दिवस' के रूप में मनाता है। मिडिल स्तर पर सत्यपाल अवार्ड पुरस्कार सहर मल्होत्रा, सेकेंडरी स्तर पर मन्नत बिंद्रा और सानवी पुरी तथा सीनियर स्तर पर अरनव आनंद और संदीप कौर को प्राप्त हुआ। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय के छात्र सम्मानित द्वारा भजन 'मेरा जीवन तेरी शरण' प्रस्तुत किया गया।
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