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जालंधर सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट ट्रिप होने के मामले में खंगाली फुटेज, 24 घंटे सुरक्षा कर्मी तैनात

वीरवार दोपहर को सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट पांच मिनट के लिए बंद होने पर अफरा तफरी मच गई थी। डॉक्टरों व स्टाफ की सूझबूझ से सिलेंडरों से गैस सप्लाई शुरू कर अस्पताल में दाखिल 79 मरीजों को बचा लिया गया।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sat, 01 May 2021 10:59 AM (IST)Updated: Sat, 01 May 2021 10:59 AM (IST)
जालंधर सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट ट्रिप होने के मामले में खंगाली फुटेज, 24 घंटे सुरक्षा कर्मी तैनात
वीरवार दोपहर को सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट पांच मिनट के लिए बंद होने पर अफरा तफरी मच गई थी।

जालंधर, जेएनएन। सिविल अस्पताल में वीरवार को ऑक्सीजन गैस प्लांट ट्रिप होने से इमरजेंसी जैसे हालात पैदा हो गए थे। मामले की जांच के दौरान स्थिति साफ नहीं हो पाई। जिला प्रशासन ने प्लांट के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, लेकिन अंदर न लगाने से कारण का पता लगाना मुश्किल हो गया है। जांच में शामिल एक मुलाजिम की तबीयत खराब होने से बयान नहीं हो पाए। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने जांच की प्राथमिक रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंप दी। हादसे के बाद अस्पताल प्रशान ने प्लांट की निगरानी के लिए 24 घंटे सुरक्षा कर्मी तैनात कर दिया है।

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सिविल अस्पताल की ओर से जिला प्रशासन को ऑक्सीजन गैस प्लांट बंद होने की सूचना के बाद अस्पताल में लेवल-3 के नोडल अफसर एडीसी विशेष सारंगल ने जांच के आदेश दिए गए थे। अस्पताल की ओर से गठित जांच कमेटी में शामिल डॉ. सतिंदरजीत सिंह बजाज, डॉ. अशोक थापर, डॉ. भूपिंदर सिंह व विपन कुमार की टीम ने पड़ताल की। उन्होंने वार्डों में तैनात स्टाफ व ऑक्सीजन प्लांट में ड्यूटी पर तैनात मुलाजिमों से मोबाइल कॉल, सीसीटीवी फुटेज में ड्यूटी पर तैनात मुलाजिमों के प्रवेश करने व बाहर आने के समय की गहन जांच-पड़ताल की।

जांच में सामने आया कि मौके पर स्टाफ होने की वजह से ऑक्सीजन का प्रेशर कम होते ही गैस सिलेंडरों से गैस की सप्लाई शुरू हो गई। इस दौरान इंजीनियर के सहयोग से गैस प्लांट दोबारा शुरू हो गया। सीसीटीवी में डॉक्टर खुद सिलेंडर उठाते दिखे थे। जांच कमेटी ने सभी के बयान कमलबद्ध कर लिए हैं। एक मुलाजिम की तबीयत खराब होने की वजह से उसे ट्रोमा सेंटर में दाखिल किया गया है। उसके बयान बाद में दर्ज किए जाएंगे।

जांच अधिकारी डॉ. सतिंदर जीत सिंह बजाज ने बताया कि रिपोर्ट जिला प्रशासन कौ सौंप दी है। अगली कार्रवाई आदेशों के बाद की जाएगी। इसके अलावा ऑक्सीजन प्लांट की निगरानी के लिए 24 घंटे सुरक्षा कर्मी और कार्यप्रणाली की जांच के लिए दो मुलाजिमों की तैनाती के आदेश दिए गए हैं।

पांच मिनट के लिए बंद हो गया था ऑक्सीजन प्लांट, मच गई थी अफरा-तफरी

वीरवार दोपहर को सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट पांच मिनट के लिए बंद होने पर अफरा तफरी मच गई थी। डॉक्टरों व स्टाफ की सूझबूझ से सिलेंडरों से गैस सप्लाई शुरू कर अस्पताल में दाखिल 79 मरीजों को तुरंत राहत दी गई।


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