Jalandhar Teachers Protest: बेरोजगार बीएड शिक्षक कल फिर घेरेंगे शिक्षा मंत्री परगट की कोठी, 14वें दिन भी धरना जारी
बीएड टीईटी पास बेरोजगार शिक्षक यूनियन के 5 नए सदस्य भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। वहीं मनीष और जसवंत का जनरल बस अड्डा की पानी की टंकी पर प्रदर्शन जारी है। वे 28 अक्टूबर को विरोध शुरू होने के बाद से टंकी पर ही डटे हुए हैं।
जासं, जालंधर। बीएड टीईटी पास अध्यापक यूनियन सदस्यों का खाली पोस्टों पर भर्ती की मांग को लेकर 14वें दिन भी जनरल बस अड्डा में प्रदर्शन जारी है। बुधवार को फिरोजपुर इकाई के 5 नए सदस्य भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। वहीं, मनीष और जसवंत का जनरल बस अड्डा की पानी की टंकी पर प्रदर्शन जारी है। वे 28 अक्टूबर को विरोध शुरू होने के बाद से टंकी पर ही डटे हुए हैं। उन्हें आम आदमी पार्टी के रूप में राजनीतिक समर्थन भी मिलने लगा है। पार्टी ने अध्यापकों को गद्दे और कंबल आदि जरूरी सामान भी दिया है। अध्यापकों मांग है कि जब तक सरकार एसएसटी, पंजाबी और हिंदी विषय की 9000 पोस्टों को भरने को लेकर नोटिवेशन जारी नहीं करती, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा।
यूनियन सदस्य बोले- सरकार की घोषणा तक जारी रहेगा प्रदर्शन
जिस पानी की टंकी पर चढ़कर मनीष और जसवंत विरोध कर रहे हैं, उसे 10 वर्ष पहले ही कंडम घोषित किया जा चुका है। वे अपनी जान को जोखिम में डालकर मांगें पूरी किए जाने के लिए डटे हैं। यूनियन के नेताओं का कहना है कि वे तब तक पीछे नहीं हटेंगे, जब तक उनकी मांगों को लेकर सरकार कोई कदम नहीं उठाती। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात तो कई बार पहले भी की जा चुकी हैं, कई बार आश्वासन भी दिए जा चुके हैं। इसके बावजूद सरकार ने कदम आगे नहीं बढ़ाया गया। इस बार वे प्रदर्शन स्थल से तब तक नहीं उठेंगे, जब तक कोई कार्रवाई आगे नहीं बढ़ाई जाती।
कल फिर करेंगे शिक्षा मंत्री परगट की कोठी का घेराव
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के जालंधर दौरे के दौरान भी यूनियन के सदस्यों ने प्रदर्शन किया था। तब प्रशासन ने हेलीपैड पर उनकी मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात करवाई थी। सीएम ने जल्द समाधान का आश्वासन दिया था। उसके बावजूद अभी तक कोई भी कार्रवाई आगे नहीं बढ़ाई गई। यूनियन ने दीपावली के दिन शिक्षा मंत्री परगट सिंह के घर के बाहर प्रदर्शन त्योहार को काला दिवस के रूप में मनाया था। उस समय शिक्षा मंत्री ने भी जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी अभी तक सरकार की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है।अब अध्यापक साथी 11 नवंबर को शिक्षा मंत्री की कोठी का घेराव करेंगे।