शाम पांच बजे के बाद भी मार्केट खोलना बेहद जरूरी
धूप और कोरोना संक्रमण के भय के चलते ग्राहक दोपहर केसमय बाजार में आने से गुरेज कर रहे हैं जिस कारण सरकार को शाम को बाजार खोलने का आदेश देना चाहिए।
जागरण संवाददाता, जालंधर
कोरोना संक्रमण के भय के चलते ग्राहक बाजार में आने से गुरेज कर रहे हैं। दोपहर के समय पड़ रही धूप ने गर्मी को बढ़ा डाला है और उसकी वजह से भी अब बाजार दोपहर के समय सुनसान होने लगे हैं। प्रशासन के नए आदेश के अनुसार अब दुकानें पांच बजे तक खुल सकेंगी। सरकार व प्रशासन को चाहिए कि शाम पांच बजे के बाद भी मार्केट खोलने के आदेश देने चाहिए। गुरु नानकपुरा मार्केट के दुकानदारों ने दैनिक जागरण फेसबुक लाइव के दौरान शाम के समय मार्केट खोले जाने को लेकर अपने तर्क दिए। नहीं मिल रहा काम
बिजली की फिटिग का कारोबार करने वाले देवी दयाल ने कहा कि बीते एक वर्ष से हालात ऐसे हैं कि काम नहीं मिल रहा। अगर काम मिलता है तो दोपहर के बाद मार्केट बंद होने के चलते सामान नहीं मिलता। ऐसे में काम बुरी तरह से प्रभावित है। शाम के समय ही मार्केट खोलने की अनुमति देनी चाहिए। रोटी कमाना भी बड़ी चुनौती
डिपल ने कहा कि दिन भर गर्मी के चलते ग्राहक मार्केट में नजर नहीं आता। दो बजे दुकान का सामान समेटना शुरू कर देते हैं और तीन बजे मार्केट में सन्नाटा छा जाता है। हालांकि अब पांच बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति मिली है, लेकिन यह भी नाकाफी है। कारोबार एक वर्ष से प्रभावित
ज्वेलर रमेश कुमार ने कहा कि बीते एक वर्ष से कारोबार बुरी तरह से प्रभावित है। दोपहर के समय मार्केट बंद हो जाती है और ग्राहक के दर्शन तक नहीं होते। शाम के समय मार्केट खोली जानी चाहिए, ताकि कुछ ग्राहक तो मार्केट तक पहुंच सकें। दुकान पर बैठ कर लौट रहे हैं
मनजीत सिंह ने कहा कि मौजूदा समय में तो हालात ऐसे हैं कि दुकान पर मात्र बैठ कर वापस लौट जाते हैं। कोई ग्राहक दोपहर तक मार्केट में नहीं निकलता। कारोबार तो बंद ही पड़े हुए हैं। मध्यम वर्ग अधिक परेशान
इंदरजीत सिंह ने कहा कि मौजूदा सरकारी नीतियों के चलते तो मध्यम वर्ग बुरी तरह से पिस कर रह गया है। सरकार को ही लोगों के रोजगार के बारे में सोचना चाहिए और बीमारी से बचाने के लिए भी उपाय करने चाहिए। लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है। ग्राहक आएगा तो रोजगार चलेगा
गैस चूल्हा की रिपेयर का काम करने वाले सुरेंद्र कुमार ने कहा कि जब मार्केट में कोई ग्राहक आएगा तभी तो रोजगार चलेगा। तीन बजे बाजार बंद हो जाता है और दिन भर खाली बैठकर वापस लौट जाते हैं। जब तक मार्केट शाम पांच बजे के बाद नहीं खुलेगी, तब तक काम नहीं चलेगा। बीमारी से बचाव भी जरूरी
कुलदीप सिंह ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि लाकडाउन और कर्फ्यू की वजह से कामकाज बुरी तरह से प्रभावित है, लेकिन यह तो अब सब के लिए ही है। लोगों की सुरक्षा करना और बीमारी से बचाव करना भी बेहद जरूरी है। सरकार आर्थिक सहायता दे
योगराज ने कहा कि लोग तो इस समय बीमारी और काम न होने की वजह से दोहरे पिस रहे हैं। सरकार को चाहिए कि लोगों को इस अत्यंत कठिन समय के दौरान आर्थिक सहायता प्रदान करे। दो वक्त की रोटी पर तो सबका अधिकार है। बाजार न खुलने से काम भी नहीं
जितेंद्र कुमार ने कहा कि बाजार खुलने से सारा काम चलता है। एक जगह से माल बिकता है, दूसरी जगह तैयार होता है और लोगों को रोजगार मिलता है। जब बाजार ही बंद हो गया तो सारा काम ही ठप हो गया। शाम पांच बजे के बाद भी बाजार खोलने की अनुमति देनी चाहिए। समझ नहीं आ रहे सरकारी आदेश
टेलर शाप चलाने वाले अनिल कुमार ने कहा कि सरकारी आदेश समझ से परे हैं। एक ही घर में रहने वाले लोगों को कार में इकट्ठे सफर नहीं करने दिया जा रहा। शाम के समय ही बाजार नहीं खोले जा रहे। ऐसे तो काम नहीं चल सकता।