बढ़ने लगे अस्पष्ट बांझपन के मामले : डॉ. दहिया
जागरण संवाददाता, जालंधर : शहर में अस्पष्ट बांझपन के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। यह जानकारी शुक
जागरण संवाददाता, जालंधर : शहर में अस्पष्ट बांझपन के मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। यह जानकारी शुक्रवार को नोवा आइवीआइ की डॉ. जैसमीन कौर दहिया ने पत्रकार सम्मेलन के दौरान दी।
उन्होंने बताया कि सेंटर में 2016 में 14 व 2017 में 18 फीसद ऐसे मामले सामने आए हैं। हालांकि चिकित्सा विज्ञान की आधुनिक खोज से ऐसे हालात में संतान सुख प्राप्ति संभव है। शादी के नौै साल बाद भी जालंधर के रहने वाले दंपति पुनीत और गुरदीप (बदले नाम) को भी संतान सुख प्राप्ति नहीं हुई थी। गहन जांच में दंपति में संतान सुख की राह में तकनीकी रूप से कोई भी अड़चन नहीं थी। सेंटर में टेस्ट ट्यूब तकनीक से दंपति को जुड़वा बच्चों ने जन्म लिया। देश में तकरीबन 30 करोड़ के करीब दंपति बांझपन के शिकार हैं, लेकिन इनमें से बहुत कम लोग इसे स्वास्थ्य संबंधी समस्या रूप में जानते हैं। उन्होंने कहा कि स्ट्रेस और पर्यावरण में प्रदूषण बढ़ना भी बांझपन का कारण है, जो जांच में कम सामने आते हैं। मरीज के इलाज के लिए जिन्स टेस्ट भी करवाए जाते हैं। उसके आधार पर इलाज की तकनीक कारगर साबित होती है। उन्होंने कहा कि सेंटर की लैब में कड़ी रिसर्च से प्रजनन अक्षमता के कारण भी पता किए जा सकते हैं।