सारा शहर डिस्टर्ब किया, एनएचएआइ अधिकारियों पर हो कार्रवाई
शहर और औद्योगिक क्षेत्र को दो हिस्सों में बांटने का दंश शहर की इंडस्ट्री भी भुगत रही है।
जागरण संवाददाता, जालंधर : शहर और औद्योगिक क्षेत्र को दो हिस्सों में बांटने का दंश शहर की इंडस्ट्री भी भुगत रही है। उद्योगपतियों की फैक्ट्रियां इंडस्ट्री एरिया में स्थित हैं जबकि उनके आवास शहर के भीतर स्थित हैं। जिन उद्योगपतियों के आवास उद्योग के क्षेत्र के पास हैं उन्हें भी किसी ना किसी काम के लिए रोजाना शहर आना पड़ता है। पीएपी सर्विस लेन बंद करने के बाद पूरा औद्योगिक क्षेत्र प्रभावित हुआ है। उद्योगपति जाम में ही फंसे रहते हैं, जिस कारण उनका समय और पैसा दोनों बर्बाद हो रहे हैं। ऐसे में समूची इंडस्ट्री भी अब पीएपी सर्विस लेन बंद करने के खिलाफ लामबंद होती दिखाई दे रही है। शहर के प्रमुख औद्योगिक संगठनों के नेताओं ने तो शहर को दो हिस्सों में बांट देने वाले इस फैसले के जिम्मेदार नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआइ) के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उद्योगपतियों का तर्क है कि इस रोड को जल्द खोला जाना चाहिए। अगर पीएपी फ्लाईओवर का डिजाइन जरूरत के मुताबिक नहीं है तो उसका खामियाजा शहरवासी क्यों भुगतें। उद्योगपतियों ने विधायक राजिंदर बेरी की तरफ से 19 फरवरी को दिए जा रहे धरने का भी पूर्ण समर्थन करने की घोषणा की है। उद्योगपति अब रामा मंडी का लंबा चक्कर बचाने की कवायद में शहर के भीतर से औद्योगिक क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे सारे शहर का ट्रैफिक डिस्टर्ब हो रहा है। पीएपी सर्विस लेन बंद होने से शहर के भीतर का ट्रैफिक भी अटक गया है। पांच माह बीत चुके हैं और हैरानी है कि अभी तक भी सर्विस लेन को खोलने की बजाय मात्र योजनाओं पर ही काम हो रहा है। ऐसा फैसला लेने वाले एनएचएआइ के अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
नरेंद्र सिंह सग्गू, फोकल प्वाइंट एक्सटेंशन एसोसिएशन के अध्यक्ष उद्योगपति पीएपी सर्विस लेन को बंद करने के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। काम के सिलसिले में कई बार दो-तीन बार शहर से औद्योगिक क्षेत्र आना जाना पड़ता है। हर बार तीन किलोमीटर लंबा चक्कर लगाकर रामा मंडी से यू टर्न लेकर आना पड़ रहा है। एनएचएआइ के इस फैसले से लोगों का समय का नुकसान तो हो ही रहा है। साथ ही भारी आर्थिक नुकसान भी हो रहा है। सर्विस लेन हर हाल में और तुरंत खुलनी चाहिए। मेरा विधायक राजिंदर बेरी को पूर्ण समर्थन है।
तेजिदर सिंह भसीन, अध्यक्ष, उद्योग नगर मैन्युफेक्चरिग एसोसिएशन
सरकार हर फ्रंट पर फेल है। अब लोगों की रास्ते की सुविधा भी छीन ली है। पीएपी सर्विस लेन बंद होने से कितना नुकसान और परेशानी हो रही है, शायद इसका अंदाजा एनएचएआइ की अफसरशाही को नहीं है। हैरानी इस बात की है कि पंजाब सरकार की अफसरशाही भी पांच माह से आंखें मूंद कर बैठी हुई है और अपनी आंखों के सामने रास्ता बंद होते देख रही है। मेरा भी सर्विस लेन खुलवाने के लिए विधायक बेरी को पूर्ण समर्थन है।
गुरशरण सिंह, कन्वीनर, जालंधर इंडस्ट्रियल एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन पांच माह पहले जिस दिन सर्विस लेन बंद की गई थी मैंने उसी दिन विधायक रजिदर बेरी को इसे खुलवाने के लिए कहा था, लेकिन पांच माह बीत गए। सर्विस लेन अभी तक बंद पड़ी है। बेरी को पीएपी सर्विस लेन खुलवाने के लिए पांच माह का इंतजार नहीं करना चाहिए था। लोगों की इस भारी समस्या के मद्देनजर इसे तत्काल खुलवाना चाहिए था। मैं भी विधायक राजिंदर बेरी के पीएपी सर्विस लेन खुलवाने के लिए दिए जा रहे धरने का पूर्ण समर्थन करता हूं।
रविदर धीर, खेल उद्योग संघ से जुड़े व्यापारी नेता एनएचएआइ के कुछ एक अधिकारियों की नालायकी का खामियाजा रोजाना हजारों लोग भुगत रहे हैं, हैरानी इस बात की है कि अफसरशाही चुपचाप नजारा देख रही है। अफसरशाही की अपनी गाड़ियां तो हूटर बजाते निकल जाती हैं, लेकिन आम जनता जाम में फंसी रहती है। पीएपी की बंद की गई सर्विस लेन को तुरंत खुलवाया जाना चाहिए। वह सर्विस लेन खुलवाने के लिए विधायक राजेंद्र बेरी की तरफ से दिए जा रहे धरने को अपना पूरा समर्थन देते हैं।
बलजीत सिंह, अध्यक्ष जालंधर इंजीनियरिग एंड फैब्रिकेशन एसोसिएशन