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देसी प्याज चला विदेश, एक्सपोर्ट से पाबंदी हटने से आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं दाम

पिछले साल रिटेल में प्याज के दाम 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंचने के बाद केंद्र सरकार ने सितंबर में इसके एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था। अब प्याज के दाम कम हो गए हैं। सरकार के एक्सपोर्ट से प्रतिबंध हटाने के बाद इसमें बढ़ोतरी हो सकती है।

By Pankaj DwivediEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 05:55 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 05:55 PM (IST)
देसी प्याज चला विदेश, एक्सपोर्ट से पाबंदी हटने से आने वाले दिनों में बढ़ सकते हैं दाम
जालंधर में इन दिनों प्याज के रिटेल दाम 25 से 30 रुपये प्रति किलो रह गए हैं।

जालंधर [शाम सहगल]। नववर्ष में प्याज के दामों में नरमी आने वाली नहीं है। कारण, केंद्र सरकार ने एक जनवरी से प्याज के एक्सपोर्ट पर लगाया गया प्रतिबंध हटा दिया है। अब सभी किस्म के प्याज को एक्सपोर्ट किया जा सकेगा। बताया जा रहा है कि प्याज की कीमतों में लगातार हो रही गिरावट के चलते सरकार ने ये फैसला लिया है। हालांकि एक्सपोर्ट शुरू होने के साथ ही अगर प्याज की फसल कम होती है तो घरेलू बाजार में प्याज की कीमतों में इजाफा होना तय है।

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गत वर्ष प्याज उत्पादन के प्रमुख राज्य महाराष्ट्र व गुजरात में अधिक व बेमौसमी बारिश के चलते प्याज की फसल को भारी नुकसान हुआ था। इस कारण रिटेल में 100 रुपये प्रति किलो तक पहुंचे दामों पर काबू पाने के लिए सितंबर में केंद्र सरकार ने प्याज के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद से लेकर देश की इन प्रमुख मंडियों से केवल भारतीय बाजार में ही प्याज की सप्लाई दी जा रही थी। यहीं कारण रहा कि इन दिनों प्याज के दाम गिरकर रिटेल में 25 से 30 रुपये प्रति किलो रह गए हैं।

बांग्लादेश तथा मलेशिया में भारतीय प्याज की मांग सबसे अधिक

भारतीय प्याज की मांग बांग्लादेश तथा मलेशिया में सबसे अधिक है। इसके अलावा श्रीलंका व संयुक्त अरब अमीरात में भी भारत से प्याज एक्सपोर्ट किया जाता है। जो पिछले 4 माह से बंद पड़ा हुआ है। इस बारे में प्याज के थोक कारोबारी हरमिंदर सिंह बताते हैं कि प्याज एक्सपोर्ट ना होने के कारण देश में तेजी के साथ इसके दाम गिर रहे हैं। इसी कारण ही भारतीय बाजार में मांग से कहीं अधिक माल की आमद हो रही है।


फसल में देरी हुई तो बढ़ सकते हैं दाम

अधिक ठंड व आने वाले दिनों में बारिश के कारण महाराष्ट्र तथा गुजरात में प्याज की फसल में देरी हो सकती है। जानकारों की माने तो अगर यह देरी एक महीने से अधिक हुई तो घरेलू बाजार में माल की आपूर्ति बाधित हो जाएगी। इस बीच स्टाकिस्टों द्वारा प्याज की सप्लाई देने के साथ ही उनके द्वारा दाम भी निर्धारित किए जाएंगे। जिससे प्याज के दामों में इजाफा होना तय है।

सभी किस्मों को मिलेगी राहत

केंद्र सरकार द्वारा बेंगलोर रोज, कृष्णपुरम व नासिक के प्याज के एक्सपोर्ट पर केंद्र सरकार ने सख्ती से प्रतिबंध लगाया हुआ है। इस बार एक्सपोर्ट खोलने के साथ ही इन किस्मों को भी राहत दे दी गई है। हालांकि, पंजाब की मंडियों में इन किस्मों की बिक्री कम होती है, लिहाजा, दूसरे देशों में मांग रहती ही है।


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